फुलवारीशरीफ(अजीत यादव): राजधानी पटना के सुरक्षा बांध वाली सड़क पर धड़ल्ले से ओवरलोडेड भारी वाहनों का परिचालन रोजाना जारी है. इतना ही नहीं पुनपुन नदी के किनारे बनाए गए सुरक्षा बांध वाली इस संकरी सड़क पर दिन रात दूरदराज के इलाकों से भारी वाहनों के परिचालन सरकार के द्वारा हाईवे पर लिया जा रहा है टोल टैक्स को बचाने के लिए किया जा रहा है.
भारी वाहनों के परिचालन से सुरक्षा बांध की सड़क जहां-तहां उखड़ने लगी है और कई बड़े-बड़े गड्ढे भी हो गए हैं .बेतरतीब तरीके से तेज रफ्तार भारी वाहन के परिचालन से बराबर इस मार्ग पर लोग दुर्घटना का शिकार भी हो रहे हैं. इतना ही नहीं इस मार्ग पर पुनपुन नदी के किनारे दर्जनों जगहों पर अवैध रूप से मिट्टी खनन करके ट्रैक्टर से ढोया जा रहा है.
पुनपुन सुरक्षा बांध के गौरीचक नादघाट तारनपुर कंडाप चिहूंट मुकीमपुर से लेकर फुलवारी शरीफ प्रखंड के सकरायचा धराएचक अधपा निजामपुर अकबरपुर होकर नौबतपुर इलाके से लंबी दूरी की भारी वाहन का परिचालन बेरोकटोक हो रहा है.
सुरक्षा बांध किनारे गांव में बसे लोगों का कहना है कि इस सड़क पर भारी वाहनों का सरकार द्वारा परिचालन पर रोक लगाया गया है, उसके बावजूद प्रशासन की मिलीभगत से बेरोकटोक भारी वाहनों के परिचालन हो रहा है. जिससे लोग बराबर दुर्घटना का शिकार होते हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि इस सुरक्षा बांध वाली सड़क पर बैरिकेडिंग लगाना चाहिए ताकि भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाया जा सके. नौबतपुर से लेकर फुलवारी शरीफ जानीपुर पुनपुन संपतचक और पटना सिटी के इलाके में कहीं भी सुरक्षा बांध के इस संकरी सड़क पर बैरिकेडिंग नहीं है जो प्रशासनिक उदासीनता को जाहिर करता है.
गांव वालों का कहना है कि भारी वाहनों का परिचालन प्रशासन की मिलीभगत से हो रहा है. जिन थाना क्षेत्र से ओवरलोडेड भारी वाहनों का परिचालन होता है वहां से पुलिस गश्ती गाड़ियां नजराना वसूल कर उन्हें आगे जाने देती है. गांव वालों का कहना है कि टोल टैक्स बचाने के अलावा जिन गाड़ियों का कागज फेल रहता है वैसे गाड़ियों का परिचालन इस मार्ग से कराया जाता है.