पटना, (न्यूज़ क्राइम 24) जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज प्राचीन विरासत स्थल माँ बड़ी पटनदेवी मंदिर एवं शीतला माता मंदिर का भ्रमण किया गया। उन्होंने चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया तथा अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की।
जिलाधिकारी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के निदेश पर प्राचीन विरासत स्थलों को अक्षुण्ण रखने एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अनेक विकास कार्य कराया जा रहा है। इन कार्यों का निरीक्षण करने के लिए वे समय-समय पर यहाँ आते रहते हैं।
कार्यपालक अभियंता, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन द्वारा बताया गया कि माँ बड़ी पटनदेवी मंदिर के मुख्य भवन का कार्य 90% पूरा हो गया है, बचे हुए कार्य को तीन माह में पूरा करा लिया जाएगा।मंदिर के बगल में स्थित सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। बेहतर प्रकाश व्यवस्था के लिए जेनरेटर का भी अधिष्ठापन किया जा चुका है।
जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि माँ बड़ी पटनदेवी मंदिर में दुर्गापूजा के तुरंत बाद फेज-2 का काम शुरू किया जाय।इसमें मुख्य भवन के ठीक सामने यात्री मंडप, भव्य गेट, तीन मंजिला सामुदायिक भवन का निर्माण किया जाना है।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्राचीन विरासत स्थल शीतला माता मंदिर के विकास हेतु सरकार द्वारा छः योजनाओं की स्वीकृति दी गई थी जिसे पूरा कर लिया गया है। इन योजनाओं में मंदिर की चहारदीवारी, सामुदायिक भवन का जीर्णोद्धार, नाला निर्माण, परिसर में कोटा स्टोन लगाने का कार्य पूरा हो गया है। स्टेनलेस स्टील के भव्य गेट लगाने का काम चल रहा है जो तीन दिन में पूरा हो जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि इन सभी विरासत स्थलों के जीर्णोद्धार, सौन्दर्यीकरण एवं पर्यटन सुविधाओं के विकास कार्यों में अच्छी प्रगति है।कार्यपालक अभियंता को टाइमलाईन के अनुसार शेष सभी कार्यों को ससमय पूरा करने का निदेश दिया गया। अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सिटी को निर्माण कार्यों में प्रगति का नियमित पर्यवेक्षण करने का निदेश दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि दुर्गापूजा के अवसर पर श्रद्धालुओं को असुविधा नहीं हो, इसके लिए पदाधिकारियों को निदेशित किया गया है।कार्यपालक पदाधिकारी, अजीमाबाद अंचल, पटना नगर निगम को पालीवार टीम को लगाकर विशेष तौर पर साफ-सफाई सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है। अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सिटी एवं सहायक पुलिस अधीक्षक, पटना सिटी को भीड़-प्रबंधन, सुचारू यातायात व्यवस्था तथा विधि-व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया।