क्राइमबिहार

अपराधियों का हुआ हौसला बुलंद, नाबालिग का अपहरण कर किया गैंगरेप!

अररिया(रंजीत ठाकुर): फुलकाहा थाना पुलिस रविवार को मामला दर्ज कर आरोपी को भेजा जेल।घटना के बाद ग्रामीणों में पुलिस व सरकार के प्रति नाराजगी। बताते चलें कि बीते शुक्रवार की रात फुलकाहा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक दलित परिवार के बच्ची को वहशी दरिंदों ने अचरा पंचायत के बरमत्तर वार्ड-01 स्थित दलित नाबालिक बच्ची का अपहरण कर गैंगरेप का मामला प्रकाश में आया था। मामले में शनिवार की सुबह परिजनों के सहयोग से फारबिसगंज स्थित भजनपुर चौक के समीप से दो आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

उक्त दोनों आरोपी से फारबिसगंज थाना में दिन भर पूछताछ चलता रहा,वहीं परिजनों का भाग दौड़ लगा रहा । देर शाम वरीय पुलिस पदाधिकारी ने फुलकाहा थाना पुलिस को आरोपी के ऊपर मामला दर्ज करने का निर्देश दिया,परंतु अचानक देर रात फुलकाहा थाना पुलिस ने पीड़ित परिजन को कहा अब यह मामला अररिया के महिला थाना में दर्ज होगा। पीड़ित दलित परिवार ने कहां हम एक निहायत गरीब परिवार से आते हैं, मेरे पास उतने धन नहीं हैं, जो अररिया थाना का चक्कर लगाते रहे, जब पास में ही फुलकाहा थाना है, तो अररिया थाना में मामला क्यों दर्ज करेंगे।

वहीं आज रविवार को पीड़ित बच्ची के परिजनों से आसपास गांव के जनप्रतिनिधि व समाजसेवी मिलने गए तो परिजनों ने अपनी आपबीती उनसे सुनाया। मौके पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों ने वरीय पुलिस पदाधिकारी से संपर्क कर फुलकाहा थाना में ही मामला दर्ज कराने का आग्रह किया। तत्पश्चात फुलकाहा थाना पुलिस ने आज रविवार को मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही कर रही है।

क्या कहते हैं पीड़ित परिजन:

Advertisements
Ad 1

इस बाबत पीड़ित परिजनों ने कहा अगर घटना के तुरंत बाद पुलिस का सहयोग मिलता तो मेरी बच्ची के साथ इस तरह का हरकत दरिंदों ने नहीं कर पाता, हम मीडिया के माध्यम से प्रशासन और सरकार से कहना चाहते हैं कि दुष्कर्म करने वाले आरोपी को फांसी की सजा दी जाए, तब जाकर हमारी बच्ची को न्याय मिलेगा।

क्या कहते हैं समाजसेवी रामविलास लोजपा जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश पोद्दार:

इस बाबत ओमप्रकाश पोद्दार ने कहा कि बच्ची के साथ जो घटना हुई है, वह जघन्य अपराध है, ऐसे व्यक्ति को फांसी की सजा मिलना चाहिए। हम सरकार से मांग करते हैं कि घटना की जांच सही दिशा में हो, और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले तथा न्यायालय पर पूर्ण विश्वास है ऐसे दुष्कर्म के आरोपी को फांसी की सजा मिलेगा।

Related posts

महिलाओं और शिशुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए प्रखंड अधिकारियों को दिया गया सुमन कार्यक्रम का प्रशिक्षण

पिता को मालूम नहीं बेटा को क्या हो गया है? तीन बहनों का सबसे छोटा भाई था शहीद एएसआई

सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार ने 2022-2024 के परिपत्रों का व्यापक संकलन जारी किया

error: