राँची: चाईबासा से जो खबरें आ रही हैं, वह राज्य पुलिस की खुफिया शाखा और ऑपरेशनल तैयारी की लचर व्यवस्था की ओर इशारा कर रही है. खबर मिल रही है कि नक्सलियों ने पुलिस को गलत सूचना देकर बुलाया. फिर विस्फोट कर दिया. जिसमें तीन जवान शहीद हो गये. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि राज्य का स्पेशल ब्रांच क्या कर रहा है. स्पेशल ब्रांच को समय पर सूचनाएं क्यों नहीं मिल पायी. अगर सूचनाएं मिल रही हैं, तो कार्रवाई क्यों नहीं हुई.
स्पेशल ब्रांच नहीं बरत रहा सावधानी इस बीच राज्य के पूर्व मंत्री सरयू राय ने झारखंड पुलिस और स्पेशल ब्रांच पर गंभीर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि घटना होने का सीधा मतलब है कि हमारे पदाधिकारी इसके प्रति सावधानी नहीं बरत रहे हैं. अखबारों में रोज खबरें आ रही हैं. जो नक्सली पकड़े जा रहे हैं, वही बता रहे हैं कि उसने कई जगहों पर विस्फोटक लगा रखा है. यह तो विफलता है पुलिस की. सरकार को भी इसे इसी रुप में लेना चाहिये. इस तरह की घटनाएं बढ़ेंगी, तो माना जायेगा कि सरकार कानून-व्यवस्था कायम रखने में सफल नहीं है.
खुफिया तंत्र कमजोर : सरयू राय-
सरयू राय ने कहा है कि घटनाओं को हम रोक नहीं पा रहे हैं. हमारा खुफिया तंत्र कमजोर है. या फिर हमारे फिल्ड की पुलिस का ध्यान नहीं है. जो नक्सली पकड़े जा रहे हैं, वह कह रहे हैं कि उन्होंने विस्फोटक लगाये हैं. उसके आधार पर तो क्षेत्र में काम करने चाहिये. नहीं तो पुलिस के जवान निरर्थक मारे जाते हैं. उनका अगला दस्ता अधिकारियों का है. स्पेशल ब्रांच है. सीआइडी है. ये सब सारी सूचनाएं समय पर क्यों नहीं दे रहे हैं, और दे रहे हैं तो फिर नक्सलियों के खिलाफ अभियान क्यों नहीं हो रहा है.
सीएम पर हमले के वक्त भी फेल हो गया था स्पेशल ब्रांच-
नक्सली गतिविधियों की सूचना के लिये राज्य पुलिस में स्पेशल ब्रांच है. इस विभाग का काम नक्सलियों की गतिविधियों की जानकारी जुटाना होता है. इसके अलावा यह विभाग सरकार के खिलाफ होने वाली राजनीतिक गतिविधियों की सूचना भी जुटाता है. लेकिन हाल की घटनाओं से यही समझ बनती है कि स्पेशल ब्रांच ठीक से काम नहीं कर रहा है.
सरयू राय ने कहा कि नक्सली लगातार वारदात को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस को समय पर सूचना नहीं मिलती. स्पेशल ब्रांच के फेल होने की वजह से ही रांची में किशोरगंज चौक पर योजनाबद्ध तरीके से कुछ लोग मुख्यमंत्री पर हमला करने में सफल हो जाते हैं. लेकिन स्पेशल ब्रांच को योजना की पूर्व जानकारी नहीं मिली. यह घटना स्पेशल ब्रांच की लचर व्यवस्था का परिणाम है।