अररिया(रंजीत ठाकुर): नरपतगंज थाना क्षेत्र के खैरा पंचायत के चंदा साइफन पर रविवार की देर रात्री पुलिस ने गुप्त सूचना पर 1425 बोतल नेपाली तस्करी के शराब के साथ तीन शराब तस्करों को दबोचने में सफलता हासिल की। शराब की तस्करी दो चौपहिया वाहन तथा एक बाइक से की जा रही थी। पकड़े गए तीनों तस्कर नरपतगंज के चंदा पंचायत के वार्ड संख्या 07 निवासी दीपेश कुमार तथा सुपौल जिला के प्रतापगंज के सुखानगर पंचायत के वार्ड संख्या दो निवासी मुकेश कुमार तथा महादेव कुमार बताया जा रहा है। वही तस्करों के पास से एक चोरी की बाइक को भी बरामद किया गया। फारबिसगंज डीएसपी रामपुकार सिंह ने भी सोमवार को नरपतगंज थाना पहुंचकर मामले में गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ की। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर रविवार की रात्रि चंदा साइफन पर जैसे दो संदिग्ध चारपहिया वाहन को आते देखा उसे रोकने की कोशिश की हालांकि पुलिस को चकमा देकर तस्कर भागने का भी प्रयास किया लेकिन पुलिस ने दोनों वाहनों समेत एक बाइक को रोक कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जब एक गाड़ी की तलाशी ली गई तो टाटा इंडिगो गाड़ी संख्या जेएच05 के 4773 पर 16 बोरियों में नेपाली दिलवाले ब्रांड की शराब बरामद होने पर गाड़ी को जप्त कर थाने लाया गया। इस संदर्भ में थानाध्यक्ष एम ए हैदरी ने बताया कि सुपौल जिले के तस्करों के तार इस गिरोह से जुड़े हुए हैं। जो नेपाली शराब की तस्करी किया करता है। लोगों की माने तो भारत नेपाल सीमा पार अवस्थित एसएसबी जवानों को रहने के बावजूद भी बड़े वाहनों से तस्करी का यह खेल प्रत्येक दिन किया जा रहा है जो रोकने में असफल साबित हो रहा है। स्थानीय कुछ ग्रामीणों ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि पथरदेवा बॉर्डर से लेकर बसमतिया सीमा तक तस्करी का यह खेल खेला जा रहा है। सीमा पार जवान के तैनाती के बावजूद सीमा से 10 किलोमीटर दूरी पर तस्करी का शराब पकड़ा जाना कहीं ना कहीं सवाल खड़ा करता है।