अररिया, रंजीत ठाकुर : नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र के फुलकाहा थाना में बीते दिनों पदस्थापित एएसआई राजीव रंजन मल्ल की मौत की मामले को लेकर फुलकाहा थाना पुलिस ने फरार चल रहे 11 आरोपियों के घर सोमवार को कोर्ट के आदेश पर कुर्की जप्ती का इश्तेहार चिपकाया। ढोल बाजा के साथ पुलिस आरोपियों के घर पहुंच कर इश्तेहार चिपकाकर 21 दिनों के भीतर कोर्ट में आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया है। 21 दिनों के बाद आत्मसर्पण नहीं करने की स्थिति में आरोपियों के घरों की कुर्की जप्ती की जायेगी। इश्तेहार चिपके जाने का काम फुलकाहा थानाध्यक्ष दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिसबलों ने किया।
एएसआई राजीव रंजन मल्ल मौत मामले में 18 आरोपियों में से सात अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल पूर्व में भेज चुका है। जबकि मामले में 11 आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गठित एसआईटी टीम ने फुलकाहा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर वार्ड- संख्या- एक निवासी ललित कुमार यादव, सुपौल जिला के भीमपुर वार्ड संख्या दो निवासी प्रभु कुमार यादव, नरपतगंज थाना क्षेत्र के खैरा चंदा निवासी प्रमोद कुमार यादव, फुलकाहा मिर्जापुर निवासी शंभू यादव, नरपतगंज खैरा चंदा निवासी कुंदन यादव, ललन कुमार यादव एवं गांजा तस्करी के मुख्य आरोपित अनमोल यादव समेत सात आरोपितों को गिरफ्तार किया था।
जबकि जयदेव कुमार यादव, ओमप्रकाश कुमार यादव, पंकज कुमार यादव, गुड्डू कुमार, मिथुन कुमार, गुड्डू कुमार यादव, रंजीत कुमार यादव, रूपेश कुमार, मुकेश कुमार, मनीष कुमार, गौरव कुमार फरार चल रहे हैं। फुलकाहा थाना क्षेत्र के अंतर्गत लक्ष्मीपुर चौक पर 12 मार्च 2025 की रात गांजा तस्कर अनमोल यादव को पकड़ने गई पुलिस के साथ असमाजिक तत्वों ने धक्का मुक्की करते हुए पुलिस गिरफ्त से अनमोल यादव को छुड़ा लिया था।
धक्का मुक्की और मारपीट में एएसआई राजीव रंजन मल्ल निचे गिर गए थे। जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। मामले में फुलकाहा थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि फुलकाहा थाना कांड संख्या 40/25 में सभी फरार आरोपितों के घर इश्तेहार चिपकाया गया है। 21 दिनों के भीतर आत्मसर्पण नहीं करने पर फरार आरोपितो के घर की कुर्की जप्ती की जायेगी। इस कार्रवाई में थानाध्यक्ष दीपक कुमार, अपर थानाध्यक्ष गुलशन कुमार, एसआई पूजा कुमारी, राज तिवारी, रमेश कुमार सिंह, अरुण कुमार सिंह, परमात्मानंद सिंह यादव, एएसआई प्रदीप भारती समेत आधा दर्जन पुलिस बल शामिल थे।