फुलवारीशरीफ, अजित। राजधानी पटना में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि अब वे दिनदहाड़े सरेआम हत्या करने से भी नहीं डरते. ताजा मामला जक्कनपुर थाना क्षेत्र के सिपारा पुल का है, जहां शुक्रवार को बाइक सवार दो अपराधियों ने फोर्ड हॉस्पिटल के एक स्टाफ युवक को गोली मार दी. घायल युवक को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मृतक की पहचान खगौल निवासी अमित कुमार के रूप में हुई है, जो बायपास स्थित खेमनी चक के पास फोर्ड हॉस्पिटल में कार्यरत था.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अमित कुमार पैशन प्रो बाइक पर सवार होकर बेउर की ओर से सिपारा पुल होते हुए पूर्वी दिशा में जा रहे थे. तभी अचानक एक अन्य बाइक पर सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें ओवरटेक कर रोक लिया और पास से छाती में कई गोलियां दाग दीं. गोली लगते ही अमित पुल पर गिर पड़े. राहगीरों ने तत्काल उन्हें उठाकर सिपारा पुल के नीचे स्थित रिफॉर्म हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें फोर्ड हॉस्पिटल रेफर किया गया. वहीं इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया.
घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के परिजन फोर्ड हॉस्पिटल पहुंच गए और वहां कोहराम मच गया. सूचना मिलते ही जक्कनपुर और बेउर थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और इलाके की घेराबंदी कर दी. एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया गया. घटनास्थल से पुलिस को खून से सनी जमीन, एक पानी की बोतल, पांच खाली कारतूस, एक मास्क चप्पल और मृतक की बाइक (हीरो होंडा पैशन प्रो, संख्या BR01A/T6947) बरामद हुई है.
पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि हत्यारों की पहचान की जा सके. साथ ही मृतक के परिजनों और फोर्ड हॉस्पिटल के सहकर्मियों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं किसी पुराने विवाद की वजह से तो यह हत्या नहीं हुई है.
बेखौफ होते अपराधी, सवालों में कानून व्यवस्था-
यह वारदात राजधानी में बढ़ते अपराधों पर एक और काली छाया बनकर उभरी है. आम जनता अब खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है. सिपारा पुल जैसे व्यस्त इलाके में दिनदहाड़े हुई इस हत्या ने पटना की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. सवाल यह है कि आखिर कब तक अपराधी इस तरह खुलेआम घटनाओं को अंजाम देते रहेंगे और पुलिस महज़ सीसीटीवी फुटेज और पूछताछ तक सीमित रहेगी?