अररिया(रंजीत ठाकुर): आपदा को भी अवसर में बदल डालने की हुनर कोई जीविका दीदी से सीखें। आपदा की इस घड़ी में भी जीविका दीदियों ने रोजगार के अवसर ढूंढ निकाली है। ऐसी परिस्थिति में जबकि लॉकडाउन लगा हुआ है। रोजगार के सारे अवसर बंद है, लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों से नहीं निकल रहे हैं। जीविका दीदियों ने घर में रहकर ही मास्क बनाने का कार्य प्रारंभ कर दिया है। पलासी प्रखंड के सभी 21 पंचायतों से मास्क बनाने के लिए आर्डर प्राप्त हो चुका है। कुल 1,10,200 मास्क आपूर्ति के लिए आदेश प्राप्त हुआ है। सर्वाधिक मास्क का आर्डर बरकुंभा पंचायत से 11,000, चटपुर से 10,000, पेचेली से 6000, सुखसेना, उत्तरी डेहटी, बरदबट्टा, नकटा खुर्द, मजलिशपुर, मियापुर, पिपरा बिजवार, चौरी, भीखा, पकड़ी, कुजरी तथा सोहंदर पंचायत से 5000, रामनगर, कंखुदिया, धरमगंज, दिघली, बलुवा कलियागंज से 4000 तथा सबसे कम डेहटी दक्षिण से 3200 मास्क का आर्डर प्राप्त हुआ है। मास्क निर्माण का कार्य जय जीविका महिला ग्राम संगठन द्वारा मजलिशपुर पंचायत के चंडी पुर में कराया जा रहा है.

इस उत्पादन केंद्र पर 32 जीविका दीदी प्रतिदिन औसतन 4000 से 5000 मास्क बना रही है। मास्क निर्माण का कार्य डे नाइट शिफ्ट में विद्युत चालित मशीन द्वारा किया जा रहा है। विद्युत की समस्या को देखते हुए जीविका दीदी एक छोटा सा जनरेटर भी खरीद ली है। अभी तक विभिन्न पंचायतों में 29,500 मास्क की आपूर्ति की जा चुकी है तथा 20,000 स्टॉक में है। प्रखंड परियोजना प्रबंधक डॉ० धनंजय कुमार ने बताया कि मास्क का निर्माण तथा उपयोग एवं करोना से बचाव हेतु जीविका दीदी काफी जागरूक है। मस्क निर्माण के लिए प्रति मास्क दीदी को ₹5 दिया जाता है। काफी प्रयास के बाद जय जीविका महिला ग्राम संगठन को इनोवेशन फंड के तौर पर ₹5,00,000 की राशि भी मिल चुकी है।