पटना सिटी, (न्यूज़ क्राइम 24) माता जानकी सीता मंदिर (भगवती श्री सीता स्थान) प्रांगण में चल रहे शतचंडी महायज्ञ के पांचवें एवं अंतिम दिन कन्या पूजन के साथ ही यज्ञ की पूर्णाहुति हुई Iज्ञात हो कि शतचंडी महायज्ञ के अंतिम दिन जानकी नवमी के शुभ अवसर पर दुर्गा-पाठ, ध्वजारोहण, पूर्णाहुति-हवन, कन्या पूजन एवं कडाहप्रसाद का भोग वितरण के पश्चात यज्ञ का विधिवत समापन हुआ I आज जानकी नवमी के अवसर पर दिन भर विशेष पूजा हुई तत्पश्चात माता के सहज भाव के रूप में नौ कन्याओं को देवी रूप में सजाकर विधिपूर्वक पूजन की गयी Iसैकड़ों धर्मानुरागी सज्जनों और श्रद्धालुओं ने इस दिव्य पूजा में शामिल होकर अपने को धन्य किया I
आचार्य जी ने अपने संबोधन में जगत जननी शक्ति स्वरुपा माता सीता जी के चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि माता सीता शक्ति कि अधिष्ठात्री देवी थी, उन्होंने अपने इसी शक्ति स्वरुप से रावण जैसे दुष्ट और दानव का नाश करने के लिए अपने इष्ट एवं स्वामी मर्यादापुरुषोत्तम श्री राम जी को प्रेरित किया I संपूर्ण लंका वास के दौरान माता सीता किसी भी क्षण रावण का वध कर सकती थी परन्तु उन्होंने श्रीरामजी का इंतजार किया और रावण के मृत्यु का कारण बनी।आचार्य जी ने सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय पर जोर देते हुए कहा कि मनुष्य जीवन में आयें हैं तो अपने साथ-साथ सबकी भलाई की कामना और प्रयत्न करना चाहिए I आचार्य जी के प्रवचन के पश्चात महायज्ञ का विधिवत समापन हो गया I
इस महायज्ञ में बिहार विधान सभा के अध्यक्ष सह पटना साहेब के विधायक माननीय श्री नन्द किशोर यादव कुम्हरार विधान सभा के विधायक माननीय श्री अरुण सिन्हा ,डाo त्रिलोकी प्रसाद गोलवारा, श्री शिव प्रसाद मोदी सहित पटना के कई गणमाण्य विभूतियों ने उपस्थित होकर माता का दर्शन किया Iसमिति के उपाध्यक्ष श्री रतनदीप राय, सचिव श्री प्रभात बहादुर माथुर, प्रोo(डॉo)विनय कृष्ण, पूर्व सचिव विकास विशाल, नितेश सिन्हा, शत्रुघ्न यादव, रंजीत वर्मा, चन्द्र-किशोर मणि त्रिपाठी, नितेश तिवारी, अमित राज माथुर, ज्ञानेश तिवारी, अनिल झा, यश माथुर आदि सक्रिय रहे।