बिहार

वैश्विक महामारी के दौर में स्वच्छता, स्वाथ्य व पोषण का मुद्दा हुआ महत्वपूर्ण

  • खाना पकाने के दौरान स्वच्छता का रखें ध्यान, ताजा व पौष्टिक खाद्य सामग्री का करें इस्तेमाल
  • खाना का पूरी तरह से पका होना जरूरी, फ्रिज में ज्यादा समय तक खाना को स्टोर रखने से करें परहेज

अररिया(रंजीत ठाकुर): कोरोना महमारी के इस दौर में हम अपनी जीवनशैली में बदलाव के लिये मजबूर हैं। व्यक्तिगत स्चच्छता संबंधी हमारी आदतें व खानपान पहले हमारी पसंद व नापसंद पर आधारित हुआ करते थे। लेकिन बदलते वक्त के साथ आज स्वच्छता, स्वास्थ्य व पोषण का मुद्दा लोगों की प्राथमिकता में शुमार हो चुका है। वैश्विक महामारी ने हमें अपनी खान-पान की आदतें व स्वच्छता संबंधी मामलों पर विशेष ध्यान देने के लिये विवश कर दिया है। अब तक ये बेहद स्पष्ट हो चुका है कि हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता के विकास में हमारा दैनिक खान-पान खास महत्वपूर्ण है। बीमारी के दौरान अच्छे खान-पान से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हम हमेशा पोषण युक्त खाद्य पदार्थ को अपने जीवन में शामिल करें। जो हमें किसी भी रोग से लड़ने के लिये जरूरी शक्ति प्रदान करता तो स्वच्छता संबंधी हमारी आदतें हमें अनगिनत बीमारियों से दूर रखता है।

स्वच्छता का हमेशा रखें विशेष ध्यान

सदर अस्पताल के एनआरसी में कार्यरत फूड डेमोंसट्रेटर इंद्राणु भारती के मुताबिक नियमित शारीरिक गतिविधियों के साथ साफ-सफाई का ध्यान रखते हुए खान-पान की उचित आदतें हमारे सेहतमंद जींदगी का आधार है। इसके लिये हमें हर दिन खाना बनाने से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिये। सबसे पहले खाना बनाने की जगह, चूल्हें, बर्तनों की अच्छी तरह सफाई व उसे सैनिटाइज किया जाना जरूरी है। रसोई घर को कीड़े-मकोड़े व दूसरे किसी अन्य जानवरों से पूरी तरह सुरक्षित रखना बेहद महत्वपूर्ण है। इतना ही नहीं खाना बनाने से पहले व इसके बीच-बीच में नियमित रूप से हमें अपने हाथों की सफाई करते रहना चाहिये। ताकि किसी भी हानिकारक सूक्ष्म जीव के संपर्क से खाने की चीजों दूर रखा जा सके।

भोजन पूरी तरह से पका होना जरूरी

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खाना अगर अच्छी तरह से पकाया जाता तो इसमें मौजूद हानिकारक सूक्ष्म जीव पूरी तरह नष्ट हो जाते हैं। खास कर गोश्त, पॉल्ट्री उत्पाद, अंडे व सीफूड का अच्छे तरह से पका होना जरूरी है। मांस व पॉल्ट्री उत्पाद बनाने के दौरान इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि शोरबा गुलाबी न रहे। पके हुए खाना को अन्य दूसरी चीजों से अलग रखना भी जरूरी है। मांस-मछली व अंडे को खाने-पीने की दूसरी चीजों से अलग रखें। पके हुए खाना को कमरे के सामान्य तापमान पर दो घंटे से अधिक समय तक न रखें। फ्रिज में खाना को ज्यादा समय तक स्टोर करके रखना भी अनुचित है। रसोई में बना खाना अगर आप कुछ देर बाद किसी को परोस रहे हैं तो उसे थोड़ी देर के लिये तेज आंच पर पकाना महत्वपूर्ण है।

ताजा व पौष्टिक खाद्य सामग्री का करें इस्तेमाल

फूड डेमोंसट्रेटर इंद्राणु भारती ने बताया कि हमेशा ताजा व पौष्टिक खाद्य पदार्थ के उपयोग को तरजीह दें। सुरक्षित प्रोसेसिंग की गयी चीजों का इस्तेमाल बेहतर है। इस्तेमाल से पहले फल व सब्जियों को अच्छी तरह धोयें। खाने पीने की वैसी चीजें जो एक्सपायर्ड हो चुकी है उसके इस्तेमाल से हमेशा परहेज करें। इसके साथ ही स्वस्थ व सेहतमंद जिन्दगी के लिये पीने के पानी का स्वच्छ होना भी जरूरी है। अपने स्तर से भी इसे स्वच्छ किया जा सकता है।

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