पटना, अजित। राजधानी पटना में अपराधी बेलगाम हो गया.शुक्रवार की देर रात रामकृष्ण नगर के पिपरा गांव में दबंगों ने जम कर गोली बारी किया. मोटर साइकिल पर सवार हो कर आये रंगदारों के दल ने एक मार्केट पर निशाना बनाते हुए अंधाधुन गोली बारी करने लगे. गोली बारी की इस घटना में एक छड़ सिमेंट एंव इलेक्ट्रीक दुकानदार को गोली लग गई. जिसमें छड़ सिमेंट कारोबारी की मौत पर ही मौत हो गई जब कि इलेक्ट्रीक दुकानदार सगे भाई घायल हो गये हैं. घटना के बाद अफरा तफरी मच गई और लोग घर से बाहर निकल गये. बताया जाता है कि हमलावर दस से पन्द्राह की संख्या में थे और सभी हथियार से लैस थे. घायल को निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है जब कि मृतक के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है.
मृतक राजेश कुमार शेखपुरा के रहने वाले थे और करीब 3 महीना पहले ललन सिंह पर हुई गोलीबारी मामले में गवाह भी थे. काटने के बाद नाराज लोगों ने सड़क जाम कर आगजनी की और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी जी की. इतिहास के तौर पर अगले संबंध वाहन समेत रैपिड एक्शन फोर्स बिहार सैनिक पुलिस एवं पटना सदर एसडीपीओ 2 पटना सिटी डीएसपी पटना सिटी पूर्वी एसपी सेंट्रल सिटी एसपी समय तक भारी संख्या में पुलिस बल को इलाके में तैनात कर दिया गया. घटना के बाद लोगों की नाराजगी को देखते हुए पुलिस घटनास्थल और आसपास के इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल को मुस्तैद कर दिया है. घटना के बाद इलाके में तनाव कमाल है कभी भी कुछ भी हो सकता है.
घटना के बारे में बताया जाता है कि पिपरा बाजार में राजद नेता वेद प्रकाश के मार्केट के पास शुक्रवार की देर शाम दस से पन्द्रह की संख्या में अपराधियों का दल मोटर साइकिल और पैदल पहुंचा.सभी लोग हथियार से लैस थे और मार्केट जिसमें पिपरा निवासी गजेन्द्र कुमार 28 वर्ष और शिवम कुमार 23 वर्ष दोनों सगे भाई हैं.इनकी इलेक्ट्रिक की दुकान एवं राजेश कुमार जिनकी छड़ सिमेंन्ट की दुकान है. इस दुकान में घुस कर अपराधियों ने राजेश कुमार को सीने में सामने से गोली मार दिया जिसका विरोध गजेन्द्र और शिवम ने करते हुए अपराधियों से भीड़ गये. अपराधियों ने इन दोनों को भी गोली मार दिया. राजेश की मौक पर ही मौत हो गई जब कि गजेन्द्र को पीठ और शिवम को जांघ में गोली लगी. दोनों गंभीर रूप से घायल हो गये.
गाेली बारी की सूचना पा कर गांव के लोग पहुंचे. जब तक अपराधियों का दल दर्जनों चक्र गोली बारी करते हुए फरार हो गया. गांव वाले तीनों को उठा कर एक निजी अस्पताल में ले गये जहां राजेश कुमार को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. जब कि दोनों सगे भाईयों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया। राजेश कुमार शेखपुरा निवासी सुरेश सिंह का पूत्र बताया जाता है. यह लम्बे समय से पिपरा बाजार में छड़ और सिमेंट का कारोबार करते हैं. घायल दोनों भाईयों ने अस्पताल में पुलिस को बयान दिया है कि गोली बारी करने वाले शेखुरा निवासी रामबाबू सिंह का बेटा सोनू कुमार और मिठु कुमार दो मोटर साइकिल और पैदल दस पन्द्रह की संख्या में हथियार लेकर पहुंचे और ताबड़ तोड़ गाेली चलाने लगे.
पुलिस को बताया कि यह लोग शराब का धंधा करते हैं और दुकानदारों से रंगदारी मांगते हैं. तीन माह पूर्व स्थानीय ललन सिंह पर इन लोगों के द्वारा गोली चलाई गई थी गोलीबारी की खबर पा कर रामकृष्ण नगर,गोपालपुर,परसा बाजार थाना पुलिस मौके पर पहुंच छानबीन कर रही है. स्थानीय लोगों ने बताया कि मौके से पुलिस को कई खोखा मिला है. घटना के बाद तनाव की स्थिति पैदा हो गई और बड़ी संख्या में लाेग पहुंच कर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर रहे थे. गांव वालों का कहना था कि पुलिस इन शराब माफियाओं से मिली हुई है. मौके पर भारी संख्या में पुलिस पहुंच कर लोगों को शांत कराने में लगे हुए थे.
गोलीबारी में तीन लोगों को गोली लगने और एक की मौत होने की जानकारी मिलता है आसपास के करीब 5 किलोमीटर के इलाके में लोगों ने अपने-अपने दरवाजे खिड़कियां बंद कर दी.घटनास्थल पर जाने के लिए मीडिया और पुलिस वालों को कोई बताने के लिए तैयार नहीं था. दरवाजे पर दस्तक देने के बावजूद कोई आदमी अपने घर के दरवाजे खिड़कियां नहीं खोल रहे थे वहीं घटना स्थल पर कई इलाकों में बिजली कटी थी जिसे पुलिस को वहां आने-जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.इतना नहीं रास्ते में रोड की जर्जर हालत और कई मेनहोल खुले हुए थे.
वहीं वारदात के बाद रामकृष्ण नगर थाना पर डेड बॉडी को रखा गया जहां मृतक के परिजन विलाप करने लगे. घटना के बारे में गांव के लोगों ने एवं परिवार केलोगों ने बताया कि राजेश कुमार गिट्टी छड़ी का व्यवसाय करते थे कुछ माह पहले इलाके में ललन सिंह को शेखपुरा के रहने वाले सोनू और मिठू ने गोली मार दी थी. इस गोलीबारी मामले में रामकृष्ण नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज किया गया था जिसमें राजेश कुमार गवाह थे. गोलीबारी करने वाले लोग राजेश कुमार को उसे मामले में गवाही देने से मना कर रहे थे लेकिन राजेश कुमार गवाही देने के अपने बयान पर अड़े हुए थे. इसी मामले में गवाही को लेकर हमलावरों ने राजेश कुमार को गोलियों से चल निकल मौत के घाट उतार दिया. परिवार के लोगों ने बताया कि गिट्टी छड़ी बालू का दुकान से जब गोलियां लगी तो वह वहां से भागते हुए दौड़कर अपने घर आने लगे लेकिन घर के दरवाजे पर पहुंचने से पहले ताबड़तोड़ कई गोलियां मार दिया गया जिससे उनकी मौत घटना स्थल पर ही हो गई।