अररिया(रंजीत ठाकुर): नरपतगंज प्रखंड के नवाबगंज पंचायत स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फुलकाहा आज कई वर्षों से बदहाल की स्थिति में है। जिसको देखने वाला अररिया जिला के किसी पदाधिकारी या जनप्रतिनिधि में नहीं है। भगवान भरोसे यह अस्पताल चलता है. यास तूफान के कारण जहाँ 2 दिनों से रुक रुक कर बारिश हो रही है जिस कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है वैसी स्थिति में गुरुवार को देर रात प्रसव कराने को लेकर अस्पताल के एएनएम शारदा चौरसिया, शकुंतला रानी, कांति कुमारी, परिचायक शंभू यादव, जनरेटर ऑपरेटर मनीष कुमार, मोहम्मद लड्डू,ने मिलकर तूफान और बारिश में तीन महिलाओं का प्रसव कराया उस समय जब पुराने व जर्जर भवनों के छत से पानी टपक रहा था। कर्मियों को खड़े होने तक का जगह नहीं था, फर्श में पानी लगा हुआ था, बेड भी भींगा था। वैसे स्थिति में इन लोगों ने भीगते हुए प्रसव करवाया मानवता का परिचय देते हुए विकट परिस्थिति में भी मरीज को सुरक्षित रख कर सकुशल प्रसव के बाद अपने घर को भेज दिया। लेकिन इसको देखने वाला न तो कोई पदाधिकारी हैं और ना ही कोई जनप्रतिनिधि बार-बार ख़बर छापने के बावजूद भी पदाधिकारियों का नींद नहीं खुला.
क्या कहती हैं एएनएम शकुंतला रानी जानिए:-
इस बाबत एएनएम ने बताई की बरसों पुराना या भवन बारिश के समय छत से पानी टपकता रहता है और हम लोग मजबूरी बस इसी छत के नीचे महिलाओं का प्रसव कराने को मजबूर रहते हैं।इस भवन को देखने वाला कोई पदाधिकारी नहीं है जो इस भवन का मरम्मत कराया जाए। कभी भी भवन को लेकर मरीज या फिर कर्मियों के साथ कोई अनहोनी हो सकता है.
मौके पर उपस्थित स्थानीय साहिल हुसैन ने बताया पुराने भवन के जर्जर की स्थिति लगभग 20 वर्ष पूर्व से है लेकिन इसको देखने वाला कोई नहीं है। यहां तक की इस भवन के अलावे लगभग 15 वर्ष पहले बगल में बड़ा सा एक भवन बनाया गया जो अधूरा पड़ा हुआ है। अधूरे भवन को लेकर कई बार मीडिया के सामने भी आए हम लोग जनप्रतिनिधि से भी कहें लेकिन किसी ने इस अस्पताल की तरफ देखने का नाम नहीं लिया। स्वास्थ्य के प्रति किसी भी पदाधिकारी का ध्यान इस अस्पताल के तरफ नहीं है।