पटना : सूबे के स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार में इंडी गठबंधन नहीं, बल्कि राजद परिवार चुनाव लड़ रहा है। ऐसा देखा जा रहा है कि चुनावी सभाआंे में कांग्रेस और वाम के न तो कोई बडे़ चेहरे नजर आ रहे हैं और न ही कोई स्थानीय नेता ही मंच साझा करते नजर आ रहे हैं। चुनाव प्रचार में एक ओर जहां परिवार के मुखिया लालू प्रसाद कमान संभाले हुए हैं, वहीं उनके एक पुत्र और दो पुत्री ही घूम-घूम कर इंडी गठबंधन के पक्ष में वोट मांग रहे हैं। यही नहीं बड़े पुत्र भी परिदृश्य से बाहर हैं। अब तक के चुनावी सभाओं में शायद ही कांग्रेस और वाम के कोई नेता नजर आएं हों। बिहार में राजद की पिछलग्गु बनी हुई है और उसकी एक भी नहीं चल रही है। एनडीए का खाता नहीं खुलने का सपना देख रहे इंडी गठबंधन को इस बार रिजल्ट के तौर पर जीरो मिलने वाला है।
श्री पांडेय ने कहा कि इन दिनों बिहार में राहुल-प्रियंका की तरह भाई-बहन की जोड़ी लोगों को बरगला रहे हैं और आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पर अनर्गल टिप्पणी कर रहे हैं, लेकिन जनता 2019 की तरह ही इस बार भी इन परिवारवादी पार्टियों के झांसे में आने वाली नहीं है। राज्य की जनता राजद-कांग्रेस की सरकार को बखूबी देख चुकी है और कई बार राज्य में सरकार बनाने का मौका भी दिया है, लेकिन जब इनलोगों की सरकार आती है, तो ये लोग फिर वही पुराने ढर्रे पर चलने लगते हैं। जबकि एनडीए की सरकार ने अपने कार्यकाल में न सिर्फ विकास की नदियां बहायी, बल्कि सबकों सम्मान और काम के साथ उनके घरों में खुशियां लाने का काम किया। लोगों के काम को आसान बनाने के लिए जहां सिंगल विंडो सिस्टम लाया गया, वहीं भ्रष्टाचार और अपराध का नामोनिशान मिटा दिया।
श्री पांडेय ने कहा कि इंडी गठबंधन चाहे कितने भी जतन कर लें, जीती हुई एक सीट भी बचाना मुश्किल है। क्योंकि जनता इस बार आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प ‘अबकी बार एनडीए 400 पार’ को सिद्धि तक पहुंचायेगी और पुनः एनडीए की सरकार बनाने में अपना अतुलनीय योगदान देगी। कांग्रेस और राजद के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए ये पार्टियां कभी फेक वीडियो, तो कभी अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर जनता को भड़का रही है। यही नहीं ये पार्टियां कभी संविधान की दुहाई देती है, तो कभी आरक्षण पर लोगों को भरमाती है। जबकि एनडीए हमेशा संविधानसम्मत काम करता है। यही कारण है कि देश की जनता ने लगातार दो बार एनडीए को अवसर दिया और तीसरी बार आशीर्वाद देकर मिथक तोड़ेगी।