जमुई(मो० अंजुम आलम): एक बार फिर प्रश्नपत्र को लेकर जमुई सुर्खियों में छा गया। इस बार परीक्षा प्रारंभ होने से एक हफ्ता पहले ही सोमवार को परीक्षा केंद्रों तक प्रश्न पत्र पहुंचा दिए गए।जिससे सेंटर सुपरिटेंडेंट के पसीने छूटने लगे।
जिला प्रशासन से लेकर शिक्षा विभाग हरकत में आ गई। और हुए बड़ी भूल को आनन फानन में सुधार किया गया, और सभी केंद्रों से प्रश्न पत्र वापस मंगाए गए।साथ ही ट्रेजरी के स्ट्रांग रूम में उसे लॉक किया गया।
बताया जाता है कि बिहार बोर्ड पटना से जमुई के लिए इंटर के प्रश्न पत्र भेजे गए थे। यहां प्रश्न पत्र को कॉपी समझकर जिला प्रशासन के व्यवस्थापकों ने जिले के 25 परीक्षा केंद्रों पर दे दिया। परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र के पहुंचते ही संबंधित सेंटर सुपरिटेंडेंट के हालत बिगड़ने लगे।
इतना ही नहीं लापरवाही की हद तो तब हो गई जब प्रश्नपत्र उक्त विद्यालय में भी पहुंचा दिया गया, जो इंटर परीक्षा केंद्रों की सूची में नहीं है यानि प्लस टू हाई स्कूल जमुई में प्रश्नपत्र का बंडल रात तक यूं ही पड़ा रहा और उसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं था।जब देर शाम मीडिया कर्मी प्लस टू हाई स्कूल जमुई पहुंचे तो विद्यालय के शिक्षक व कर्मी भी वहां से गायब हो गए।
जब मौजूद शिक्षक व कर्मी से जानकारी ली गई तो सभी लोग कुछ बताने से बचते रहे और कैमरा देखकर भागने लगे। काफी देर तक मीडिया कर्मी के द्वारा पूछने की कोशिश की गई लेकिन सभी लोग कैमरा में कुछ बताने से परहेज करते रहे।
हालांकि मामले की शिक्षा विभाग एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों को सूचना दी गई। प्रश्नपत्र को ट्रेजरी के भीतर करने की व्यवस्था में पूरा प्रशासन जुट गया, लेकिन इस घटना ने जिला प्रशासन की परीक्षा को लेकर तैयारी की पूरी व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। हालांकि इससे पहले भी प्रश्नपत्र लीक मामले में जमुई काफी सुर्खियों में रहा था।