पटना, न्यूज़ क्राइम 24। जिले में बढ़ती ठंड के मद्देनजर जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर ठंड से बचाव के लिए कई कदम उठाए गए हैं। जिला आपदा प्रबंधन शाखा द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर नियमित रूप से अलाव जलाए जा रहे हैं, जरूरतमंदों में कंबल वितरण किया जा रहा है और रैन बसेरों/आश्रय घरों का संचालन किया जा रहा है।
अलाव जलाने और रैन बसेरों की व्यवस्था
डीएम के निर्देश पर ठंड से बचाव के लिए पटना के विभिन्न चौक-चौराहों, बाजारों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अस्पतालों में 55 से अधिक स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं। इसके साथ ही, पटना नगर निगम ने 29 रैन बसेरों का संचालन शुरू किया है, जिसमें कुल 17,323 लोग आश्रय लिए हुए हैं।
कंबल वितरण की प्रक्रिया तेज़
ठंड के कारण असहाय लोगों को राहत देने के लिए 6,646 कंबल का वितरण किया गया है और यह प्रक्रिया लगातार जारी है। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को गरीबों, दिव्यांगजन, वृद्धजनों और अन्य जरूरतमंदों में कंबल वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
स्वास्थ्य सुरक्षा का ध्यान
सिविल सर्जन को शीतलहर/पाला के दौरान बच्चों, महिलाओं और वृद्ध व्यक्तियों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
जिला प्रशासन का ध्यान और अनुश्रवण
जिलाधिकारी डॉ. सिंह ने सभी अंचल अधिकारियों और नगर कार्यपालक पदाधिकारियों को अलाव जलाने और रैन बसेरों के संचालन की नियमित निगरानी रखने का आदेश दिया है, ताकि ठंड से किसी को भी समस्या न हो। उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर अलाव स्थलों और रैन बसेरों की संख्या बढ़ाने का भी निर्देश दिया है।
आम जनता से अपील
डीएम डॉ. सिंह ने आम जनता से बढ़ती ठंड के मद्देनजर एहतियात बरतने की अपील की है। आवश्यकतानुसार जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र से संपर्क किया जा सकता है।
राहत कार्यों की निरंतर निगरानी
जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को राहत कार्यों के लिए निर्देशों का कड़ाई से पालन करने की सलाह दी है और कहा है कि प्रशासन की सर्वोत्तम प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।