बिहार

नवादा जहरीली शराब मौत मामले में चौकीदार के बाद नगर थाना अध्यक्ष और अब मद्यनिषेध अवर निरीक्षक पर गिरी गाज

सोनू मिश्रा (क्राइम ब्यूरो)

बिहार का नवादा जिला इनदिनों जहरीली शराब मामले में चर्चाओं में हैं वहीं नवादा से बड़ी सूचना आ रही है जहां जहरीली शराब मौत मामले में कार्रवाई करते हुए नागेन्द्र प्रसाद, अवर निरीक्षक, मद्यनिषेध को सस्पेंड कर दिया गया है… जहरीली शराब से 15 लोगों की मौत मामले में चौकीदार के बाद नगर थाना अध्यक्ष और अब मद्यनिषेध अवर निरीक्षक नागेन्द्र प्रसाद पर गाज गिरी है.

जहरीली शराब से 15 लोगों की मौत मामले में नागेंद्र प्रसाद की लापरवाही सामने आई है जिसके बाद अवर निरीक्षक मद्य निषेध विभाग के नागेन्द्र प्रसाद पर विभागीय कार्रवाई करते हुए इनको तत्काल निलंबित कर दिया गया है..

बता दें कि जहरीली शराब मौत की जांच करने गए पटना से विशेष टीम की कार्रवाई के बाद नीतीश कुमार की काफी फजीहत हुई जिसके बाद चौकीदार के साथ अब थाना अध्यक्ष पर गाज गिर गई है..

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पटना से गई विशेष जांच टीम ने 2 दिनों की जांच में दबे स्वर से ही लेकिन स्वीकार किया कि शराब से मौत की संभावना हो सकती है। लेकिन आश्चर्य इस बात की इस बड़े जुर्म में एक चौकीदार को निलंबित किया गया। आप यह जानकर आश्चर्यचकित हो सकते हैं लेकिन यह सच्चाई है

नवादा जिला प्रशासन ने एक चौकीदार को निलंबित किया है।शराब से हुई मौत की जांच के लिए पटना से गई उच्च स्तरीय जांच टीम ने प्राथमिक जांच में अवैध शराब से मौत की संभावना जताई है। मीडिया से बातचीत में उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने कहा कि जिले में जो मौतें हुई हैं, प्रथम दृष्टया उन मौतों के पीछे अवैध शराब की सम्भावना हो सकती है। हालांकि इसकी अंतिम पुष्टि बेसरा व केमिस्ट जांच रिपोर्ट आने के बाद होगी।

उन्होंने कहा दोनों का जांच सैंपल भेजा गया है। इसके साथ ही इस सम्बंध में सात अलग अलग प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। अभी बहुत सारे इनपुट मिल रहे हैं। उस दिशा में कार्य चल रहा है। जिला प्रशासन के स्तर पर भी एसआईटी का गठन कर जांच की जा रही है। मामले को लॉजिकल इंड तक पहुंचाया जाएगा। उत्पताद आयुक्त ने कहा हमलोगों ने इंटेलिजेंस के आधार पर जांच की है। लापरवाही को लेकर उन्होंने कहा अभी हम जांच कर रहे हैं, ऐसे में अभी किसी पर आरोप लगाना गलत होगा। उन्होंने कहा जांच पूरी होने तक कुछ भी कहना सही नहीं होगा .नवादा डीएम ने बताया कि इस मामले में बुधौल के चौकीदार को निलंबित किया गया है।

जांच टीम के पहुंचने के बाद अब जिला प्रशासन ने इस बात को मान लिया है कि मरनेवालों की संख्या 15 हो गई है। जबकि इससे पहले डीएम एसपी सिर्फ 10 लोगों की मौत होने की पुष्टि कर रहे थे। वहीं अब इस मामले में जांच अधिकारी ने 15 लोगों पर FIR दर्ज कराया है, वहीं बुधौल के चौकीदार विकास मिश्रा सहित 2 लोगों को निलंबित कर दिया गया है। बहरहाल, पटना से गई जांच टीम ने जिस तरह प्रारंभिक जांच में ही यह स्पष्ट कर दिया है कि मौत का कारण शराब हो सकती है, उसके बाद जिला प्रशासन के दावे पर सवाल खड़े हो गए है। साथ ही अगर मौत शराब से नहीं हुई है, तो सात एफआईआर और एसआईटी का गठन करना कहीं न कहीं यह बात साबित कर रही है कि इस पूरी घटना को किस तरह से सामान्य मौत साबित करने की कोशिश की जा रही थी।

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