फुलवारीशरीफ(अजित यादव): बुधवार को पटना में वर्ल्ड हियरिंग डे ओ अवसर पर यूनिवर्सल नेशनल हियरिंग स्क्रिनिग सेंटर का शुभारंभ किया गया । न्यू बोर्न हियरिंग स्क्रीनिंग सेंटर के उद्घाटन अवसर पर एम्स निदेशक डॉ प्रभात कुमार सिंह , डीन डॉ उमेश भदानी सहित एम्स की ईएनटी स्पेशलिस्ट ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ क्रांति भावना मौजूद रही । उद्घाटन के बाद पटना एम्स ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ क्रांति भावना ने बताया कि अबतक 162 बच्चों का हियरिंग कोक्लियर इम्प्लांट हुआ है। अब इस सेंटर में न्यू बोर्न बेबी से लेकर एक साल तक के बच्चों का हियरिंग स्क्रीनिंग किया जायेगा। उसके अलावा एम्स में दिखलाने और इलाज कराने आने वाले सभी बच्चों का हियरिंग स्क्रिनिग किया जाएगा। इससे पहले ही एम्स में एक साल से बड़े बच्चों का हियरिंग स्क्रिनिग हो रहा था। उन्होंने बताया की भारत में 63 मिलियन लोग (6.3%) सुनने में कमी की समस्या से पीड़ित होते हैं। उम्र के बढ़ने और प्रेस्बिटेसिस जैसे गैर-संक्रामक कारणों से भारत में सुनने में कमी के सबसे आम कारणों में से एक हैं। इसके अलावा शोर से भी सुनने की क्षमता में कमी होती है। नाक की एलर्जी और ठंड के कारण बीच कान में इंफेक्शन होता है और जिससे सुनने की क्षमता कम हो जाती है।”इस साल विश्व स्वास्थ्य संगठन का थीम हियरिंग केयर फ़ॉर ऑल रखा गया था.
इस आयोजन में अलीश मैसूर के साथ एम्स पटना के एक करार हुआ है। इनके सहयोग से एम्स में हियरिंग स्क्रिनिग सेंटर में बच्चों की स्क्रीनिंग की जा रही है । इसके अलावा एक पोस्टर प्रदर्शनी के जरिये 30 बच्चो को श्रवण यंत्र वितरित किये गए । इसके अलावा एम्स हियरिंग की समस्याओं के लिए लोगो मे जागरूकता अभियान को भी बढ़ावा दिया जा रहा है । काफी गरीब बच्चों के परिवार वाले हियरिंग की समस्याओं को अनसुना और नजरअंदाज कर देते है ,एम्म्स का पूरा प्रयास है कि वैसे बच्चों का इलाज भी हो । आज वर्ल्ड हियरिंग डे पर फ्री हियरिंग स्क्रिनिग की गई।