अररिया, रंजीत ठाकुर। महिला संवाद के क्रम में गुरुवार को भी बड़ी संख्या में महिलाओं ने कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। महिला संवाद में पहुंची महिलाओं में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। वीडियो फिल्म्स के माध्यम से मिलने वाली जानकारी काफी महत्वपूर्ण साबित हो रही है। उनका कहना है कि इसमें कई ऐसी योजनाएं हैं जिनकी जानकारी उन्हें बिल्कुल नहीं थी। उन्हें यह भी नहीं पता था कि इन योजनाओं का लाभ कैसे लिया जाये। लेकिन, वीडियो फिल्म देखने के बाद अब यह जानकारी हो गई है। इसलिए यह महिला संवाद खासकर महिलाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
महिला संवाद के लिए आई कुछ महिलाओं ने अपनी आकांक्षा का जिक्र करते हुए कहा कि जिले से पलायन जैसे अभिशाप को रोकने के लिए जरूरी है कि स्थानीय स्तर पर इनके लिए रोजगार की व्यवस्था की जाये, क्योंकि पलायन के कारण सबसे अधिक प्रभावित होने वाली महिलाएं ही हैं। इसका सबसे बुरा असर महिलाओं पर ही पड़ता है। इसके अलावा बच्चों पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। इसलिए स्थानीय सतर पर अगर कारखाने की व्यवस्था या कोई दूसरे रोजगार का इंतजाम हो जाये तो यहां से पलायन में काफी कमी आएगी। इसलिए सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
बता दें कि पूरे जिले में 18 संवाद वाहन प्रतिदिन 36 जगहों पर पहुंच कर लगातार लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दे रहा है। यह वाहन प्रतिदिन दो पालियों में विभिन्न पंचायतों के पूर्व निर्धारित जगहों पर पहुंचकर लोगों को वीडियो फिल्म के माध्यम से बिहार सरकार की ओर से चल रही सरकारी योजनाओं के बारे में बता रहा है। इसकी पहली पाली 9 से 11 बजे जबकि दूसरी पाली 4 से 6 बजे तक होती है। 18 अप्रैल 2025 से शुरू हुआ यह कार्यक्रम दो महीने तक चलेगा। जिसकी आगे की रूपरेखा भी तैयार है। संवाद रथ को किस दिन कहां जाना है यह रूट मैप भी बनकर तैयार है। उसी के हिसाब से संवाद रथ का परिभ्रमण हो रहा है। जिसका काफी सकारात्मक और संतोषप्रद प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।