बिहार

रक्षाबंधन का उत्सव राखी के रेशमी धागों में बंधा भाई-बहन का प्यार

नालंदा, राकेश   बाढ़ बद्दोपुर भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार इस वर्ष भी नालंदा एवं बाढ़ बद्दुपुर में उल्लास और उमंग के साथ मनाया गया। सावन के आखिरी सोमवार को मनाए गए इस पावन पर्व ने एक बार फिर परिवारों को एकजुट किया और रिश्तों की मिठास को नया आयाम दिया। त्योहार से पहले ही शहर के बाजारों में राखियों और मिठाइयों की दुकानों पर भीड़ उमड़ पड़ी थी। विक्रेताओं ने बताया कि इस वर्ष डोरेमोन, मोटू-पतलू और मिकी माउस जैसी कार्टून आधारित राखियां बच्चों के बीच राखी लोकप्रिय रहीं। वहीं बड़ों के लिए ठाकुर जी और राम दरबार थीम वाली राखियों की भी अच्छी मांग रही।महिलाओं ने बताया की हर साल की तरह इस बार भी मैंने अपने भाई के लिए एक खास राखी चुनी।

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यह त्योहार हमारे लिए सिर्फ एक रस्म नहीं, बल्कि भावनाओं का संगम है। उन्होंने आगे कहा कि राखी बांधने के बाद पूरा परिवार पिकनिक पर गया, जहां खूब मस्ती की गई। कई परिवारों ने इस अवसर पर विशेष भोज का भी आयोजन किया। मिठाइयों की दुकानों पर लड्डू, बरफी और रसगुल्ले की बिक्री में भारी उछाल देखा गया। इस बीच, कुछ युवाओं ने सोशल मीडिया पर अपने भाई-बहन के साथ सेल्फी और वीडियो शेयर करके त्योहार की खुशियां साझा कीं। कई लोगों ने वर्चुअल राखी सेरेमनी भी की, जिससे दूर रहने वाले भाई-बहनों को भी त्योहार का आनंद मिला।

स्थानीय पंडित अनिल पांडे ने त्योहार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, रक्षाबंधन सिर्फ एक रस्म नहीं है, यह भाई-बहन के बीच प्रेम और संरक्षण का प्रतीक है। इस बार भद्रा नक्षत्र को लेकर दोपहर 1 बजे के बाद शुभ मुहूर्त में बहनों ने भाईयो के कलाई पर राखी बांधा। इसी प्रकार नालंदा एवं बाढ़ समेत पूरे देशभर में रक्षाबंधन का त्योहार परंपरा और आधुनिकता के संगम के साथ मनाया गया, जिसने एक बार फिर भाई-बहन के अटूट बंधन को मजबूत किया।इस मौके पर अजय राम मुन्ना प्रकाश विकाश राजीव संजीव पंकज सुमित राकेश उर्फ जॉनी गोलु अंशु अनमोल सुनीता देवी मिस्टी संगीता पूनम काजल सोनम छोटी ज्योति सीमा के के अलावा भाई-बहन उपस्थित थे

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