अररिया(रंजीत ठाकुर): फुलकाहा थाना क्षेत्र के भंगही पंचायत स्थित वार्ड संख्या एक में सरकारी पोखर की महाड़ को क्षतिग्रस्त करते हुए मिट्टी काटकर ट्रैक्टर से ले जाकर अन्यत्र बेचा जा रहा है। जहां सरकार के द्वारा पोखर पर लाखों रुपए खर्च कर पोखर की सूरत बदलने में लगे हुए हैं। वहीं कुछ सरकारी कर्मी के उदासीनता रवैया के कारण पोखरण का स्थिति बिगड़ता जा रहा है। देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि केवल कागजों पर गुणवत्ता सिमट कर रह जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों की सरकारी पोखरों का उच्च स्तरीय जांच हो तो सारा मामला सामने आ जाएगा।
क्या कहते हैं वार्ड सदस्य दिलीप यादव:
इस बाबत वार्ड सदस्य बताते हैं कि पोखर का जीर्णोद्धार कुछ दिनों पूर्व सरकारी राशि से मत्स्य विभाग के नरपतगंज प्रखंड मंत्री के निगरानी में कराया गया था, परंतु जीर्णोद्धार के नाम पर केवल खानापूर्ति कर विभागीय अधिकारी से मिलकर पैसे का निकासी कर लिया गया। और आज मत्स्य विभाग के प्रखंड मंत्री से मिलकर मिट्टी माफिया पोखर की महाड़ को कटवा कर ट्रैक्टर से अन्यत्र बेचा जा रहा है। जिससे महाड की स्थिति काफी दयनीय हो गया है, जो जांच का विषय है।
कुछ ग्रामीण नाम नहीं छापने की शर्त पर उन्होंने बताया कि मिट्टी माफिया प्रखंड मत्स्य विभाग के मंत्री से सांठगांठ कर प्रत्येक दिन महाड़ की मिट्टी काटकर बेच डालता है। इस पंचायत के वार्ड संख्या एक में मात्र एक पोखर होने के बावजूद पोखर का तस्वीर नहीं बदल पाया है। जबकि बिहार सरकार के द्वारा पोखर के ऊपर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं? लेकिन फिर भी इस पोखर का सूरत नहीं बदल पाया है।