पटना, (न्यूज़ क्राइम 24) नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा की जातिगत जनगणना की हमारी बहुत पुरानी माँग है। आदरणीय श्री लालू प्रसाद जी जब जनता दल के अध्यक्ष थे तभी से यह हमारी माँग रही है। उसी का परिणाम रहा कि जनता दल की संयुक्त मोर्चा सरकार ने 𝟏𝟗𝟗𝟔-𝟗𝟕 में 𝟐𝟎𝟎𝟏 की जनगणना में जातिगत गणना कराने का निर्णय भी लिया था लेकिन 𝟏𝟗𝟗𝟗 में 𝐁𝐉𝐏 के नेतृत्व में 𝐍𝐃𝐀 की सरकार बनने पर उन्होंने वह निर्णय पलट दिया। नीतीश कुमार जी भी वाजपेयी जी नेतृत्व में उसी 𝐍𝐃𝐀 कैबिनेट का हिस्सा थे।
𝟐𝟎𝟏𝟏 की जनगणना से पूर्व उसमें जातिगत जनगणना की माँग को लेकर 𝟐𝟎𝟏𝟎 में लालू प्रसाद जी सहित प्रमुख समाजवादियों ने संसद में पुरजोर तरीके से अपनी बात रख तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी द्वारा जातिगत गणना/सामाजिक आर्थिक सर्वे कराने की स्वीकृति देने के बाद ही संसद चलने दी थी।
𝐍𝐃𝐀/𝐁𝐉𝐏 सरकार ने 𝟏𝟎 वर्षों बाद होने वाली 𝟐𝟎𝟐𝟏 की जनगणना भी नहीं कराई। हमने तो केवल 𝟏𝟕 महीनों के अल्प सेवाकाल में बिहार में जाति आधारित गणना करा और उसी अनुपात में आरक्षण भी बढ़ाया।
अगर इस बार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 𝐍𝐃𝐀 सरकार ने जातिगत जनगणना नहीं कराई तो वंचित, उपेक्षित, उत्पीड़ित और उपहासित वर्गों के लोग भाजपाइयों को क्षेत्र में नहीं घुसने देंगे। 𝐁𝐉𝐏 को समर्थन दे रहे क्षेत्रीय दल बिना रीढ़ के हड्डी के सिद्धांतहीन लोगों के हाथ में है। मोदी जी, देख लेना हम आपको जातिगत जनगणना कराने पर मजबूर करेंगे ही करेंगे।