बिहार

सादे वर्दी में हत्यारोपित को पकड़ने पुनपुन के लोदीपुर मुसहरी गयी पुलिस को ग्रामीणों ने पीटा

फुलवारीशरीफ/मसौढ़ी(अजीत यादव): फुलवारी के सकरैचा के टड़वा मुसहरी में शराब छापेमारी के दौरान पुलिस की पिटाई और हथियार लूटने की घटना के दो दिन बाद ही पुनपुन के लोदीपुर मुसहरी में हत्यारोपी को गिरफ्तार करने गयी पुलिस टीम पर हमला कर ग्रामीणों ने जमकर पीटा। इस दौरान हत्यारोपी को छुड़ाकर भगा दिया गया। ग्रामीणों के दुस्साहसी कारनामे के बाद कई थानों की पुलिस भारी संख्या में फोर्स के साथ लोदीपुर पहुंचकर ग्रामीणों के घरों में घुसकर जमकर पिटाई की और दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों को पकड़कर हजात में बंद कर दिया। घटना के बाद स्थानीय विधायक गोपाल रविदास ने प्रशासन की करवाई की घोर निंदा की है। विधायक ने कहा सादे वर्दी में गयी पुलिस को ग्रामीणों ने नही समझे और टूट पड़े। विधायक ने कहा यह तो गलत हुआ ही उसके बाद प्रशासन ने भी जनता पर जुल्म ढाते हुए दर्जनो को गिरफ्तार कर ले गयी। उन्होंने अविलम्ब आमजनता की रिहाई की मांग सरकार से की है।

घटना के बारे में बताया जाता है कि पुनपुन थाना के लोदीपुर मुशहरी में गुरुवार सुबह फरार एक हत्यारोपित को गिरफ्तार कर थाना लाते समय पुनपुन पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर आरोपित को छुड़ा लिया . उग्र ग्रामीणों ने दो पुलिसकर्मियों को पकड़ उसके साथ मारपीट करते हुए उन्हें घायल कर दिया . इधर ग्रामीणों के चंगुल से एक पुलिस बबलू कुमार भागकर लोदीपुर गांव के योगी शर्मा के घर में छिप अपनी जान बचायी . वहीं एक अन्य सिपाही रोहित कुमार को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और धुनाई कर दी . गनीमत थी कि गांव के दूसरे टोले के कुछ लोगों को आते देख रोहित उनके चंगुल से भागकर गांव के एक मंदिर में छिप अपनी जान बचायी . इधर , ग्रामीणों के हत्थे नहीं चढ़े एक सहायक अवर निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार व एक सिपाही सह थाना प्रबंधक भरत कुमार जो उन दोनों सिपाही से कुछ दूर आगे थे , भागते हुए पास स्थित गांव दुलारपुर पहुंच इसकी सूचना थानाध्यक्ष , कुंदन कुमार सिंह को दी . थानाध्यक्ष ने सूचना मिलते थाने से अन्य पुलिस को लेकर आनन फानन में लोदीपुर पहुंचे जबकि उनके द्वारा घटना की सूचना दु एसडीपीओ सोनू कुमार राय को देने के बाद पुनपुन के अलावा कुछ ही देर के अंदर पिपरा , धनरूआ , कादिरगंज , मसौढ़ी व भगवानगंज की पुलिस वहां पहुंच गयी . थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिस के पहुंचने के बाद लापता दोनों सिपाही को पुलिस अन्य ग्रामीणों को मदद से गांव से खोज निकाला . घायल सिपाही रोहित कुमार को उपचार के लिए पुनपुन पीएचसी भेजा गया , जहां से बेहतर उपचार के लिए उसे पटना भेज दिया गया . पुनपुन थाना के अकौना गांव के छोटे राम की हत्या के मामले में फरार हत्यारोपित पुनपुन के लोदीपुर ग्रामवासी रामानंद मांझी अपने घर पर आया हुआ था . इसकी सूचना मिलने पर उसकी गिरफ्तारी के लिए पुनपुन थाना के सहायक अवर निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार , आरक्षी सह थाना प्रबंधक भरत कुमार , आरक्षी रोहित कुमार व बब्लू कुमार सादे लिबास में दो बाइक से लोदीपुर मुशहरी पहुंचे . फरार हत्यारोपित रामानंद मांझी उस समय अपने घर के दरवाजे पर अखबार पढ़ रहा था . पुलिस ने मौके से उसे गिरफ्तार कर लिया और एक बाइक पर बैठे आरक्षी रोहित व बब्लू के बीच में रामानंद मांझी को बैठाकर थाना के लिए रवाना हो गये . आगे की , बाइक पर एएसआइ धर्मेंद्र कुमार व आरक्षी भरत कुमार बैठे थे . आरोपित को बीच में बैठाये हुए रोहित व बब्लू की बाइक पीछे – पीछे जा रही थी . उसकी बाइक जैसे ही लोदीपुर मुशहरी से आगे बढ़ी करीब 250 की संख्या में रहे गांव के महिला व पुरुष ने हरवे – हथियार के साथ उनकी बाइक पर हमला कर दिया .हत्यारोपी को छुड़ा लिया। यहाँ जनता और पुलिस के बीच जमकर मारपीट हुई। जनता के उग्र तेवर के आगे पुलिस की एक न चली और पुलिस टीम पीटा गयी। उसके बाद कई थानेदार भारी पुलिस फोर्स के साथ पहुंच कर जनता को घरों में घुसकर बेरहमी से पिटाई की और दर्जनो को लेकर थाना आ गयी। घटना से इलाके में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। वही पुलिस फरार हत्यारोपित की गिरफ्तारी के लिए छपेमारी कर रही है। पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील है।

क्या है पूरा मामला जानिए

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2020 में छोटे रामकी पीटपीटकर हत्या कर दी गयी थी

8 अक्तूबर , 2020 की रात पुनपुन थाना के अकौना गांव के छोटे राम की पीट – पीटकर हत्या लोदीपुर मुशहरी में उस वक्त कर दी गयी थी जब वह दारू पीने वहां गया हुआ था और उसका ग्रामीणों के साथ विवाद हो गया था . इस मामले में पुनपुन थाने में लोदीपुर मुशहरी के रामानंद मांझी व उसके बहनोई पुनपुन थाना के जोगापुर के लोरिक मांझी के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी थी . पुलिस ने लोरिक मांझी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था , लेकिन रामानंद मांझी फरार था .इसी रामानन्द मांझी को पकड़ने सादे वर्दी में पुलिस टीम गयी थी जहां जनता ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया।

इस पूरे मामले पर माले के फुलवारी विधायक गोपाल रविदास ने कहा कि एक तो पुलिस सादे लिबास मे जाती और विरोध करने पर उल्टे गरीबो को पिटाई करती है ।उन्होने सभी गरीबो को रिहाई की मांग रखी है । उन्होंने बताया जो निर्दोष पकड़े गए हैं उनमें रंजीत माझी,पिता कृत माझी, रेखा देवी पति साहिल मांझी , मोहन मांझी , रंजू देवी पति संजू संजू मांझी ,कमलेश दास ,चंद्रकांति देवी, सिंधु देवी अंजू देवी सहित दो दर्जन से ज्यादा लोगों को पुलिस पकड़ कर पुनपुन थाना में लाकर रख दिया है।इसे लेकर ग्रामीण में जबरदस्त गुस्सा है और पुलिस के डर से सभी गांव को छोड़कर हट गए हैं। जो अलग-अलग गांव मे शरण लिये ।

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