बिहार

प्रधानमंत्री जी गरिमा विहीन और गैंगस्टर वाली भाषा का इस्तेमाल करके अपनी अज्ञानता का पहाड़ खड़ा कर रहे हैं : राजद

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पटना, (न्यूज़ क्राइम 24) बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के राज्य कार्यालय के कर्पूरी सभागार में राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रो0 मनोज कुमार झा, पूर्व मंत्री एवं उजियारपुर लोकसभा उम्मीदवार श्री आलोक कुमार मेहता, पूर्व मंत्री एवं हाजीपुर लोकसभा उम्मीदवार श्री शिवचन्द्र राम, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता श्री शक्ति सिंह यादव ने संयुक्त रूप से प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, मृत्युंजय कुमार तिवारी, अरूण कुमार यादव एवं अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता उपेन्द्र चन्द्रवंशी की उपस्थिति में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।

इस अवसर पर अपने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रो0 मनोज कुमार झा ने कहा कि प्रधानमंत्री अपनी गरिमा विहीन भाषा के माध्यम से अज्ञानता का पहाड़ खड़ा कर रहे हैं और जिस तरह से तेजस्वी जी को धमकी दे रहे हैं कहीं न कहीं न्यायालय और न्यायिक प्रक्रिया को भी कमजोर करना चाहते हैं। कल तक भैंस खोल लेने, मंगलसूत्र छिनने, टोटी खींचने, बिजली काटने की भाषा इस्तेमाल कर रहे थे और कल उन्होंने जिस तरह से मुजरा करने की बात की है ये कहीं न कहीं यह सोचने पर मजबूर कर रहा है कि वो विमर्श को कहां ले जा रहे है और जिस तरह की घटिया जबान और धमकी की भाषा इस्तेमाल कर रहे हैं यह बिहार में नहीं चल सकता है।

इनकी इस भाषा से स्पष्ट होता है कि वो अपनी खीज निकाल रहे हैं और उनकी स्थिति खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे की स्थिति वाली हो गई है। झूठ बोलना और लोगों के बीच वैसी भाषा का इस्तेमाल करना कहीं न कहीं अब भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं को भी सोचने पर मजबूर कर रहा है कि प्रधानमंत्री जी किस तरह की स्तरहीन भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं और पद की गरिमा को भी गिरा रहे हैं। इस तरह की भाषा गली कुचे और गैंगस्टर के द्वारा इस्तेमाल की जाती है।

इन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी जी के सामने प्रधानमंत्री जी मुद्दों के आधार पर टिक नहीं पा रहे हैं और उन्होंने जो 24 जन वचन का परिवर्तन पत्र जारी किया है जिसमें रोजगार बढ़ाने, महंगाई कम करने, रेलवे सामान्य भर्ती के साथ-साथ महिलाओं के सम्मान तथा उनके खाते में एक लाख रूपये दिये जाने के अलावा गरीबों को दस किलो अनाज देने की बात की गई है और साथ हीं महिलाओं के लिए पांच सौ रूपये में गैस सिलेंडर और आम जन के इस्तेमाल में आने वाली बिजली 200 यूनिट तक मुफ्त दिये जाने की बात के बाद प्रधानमंत्री जी कहीं न कहीं मजबूरन वैसी भाषा इस्तेमाल कर रहे हैं।

यह कहीं से उचित नहीं है। प्रधानमंत्री जी बिहार के तर्ज पर आरक्षण की व्यवस्था करने और बिहार से जो प्रस्ताव 75 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था को नौवीं अनुसूचि में शामिल करवाने का दिया गया है उस संबंध में बात नहीं करते हैं और जातिये जनगणना के मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। इस तरह की धमकी कहीं न कहीं न्यायालय के अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर बोलना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है। सभी को पता है कि प्रधानमंत्री जी के गुजरात में मुस्लिम की पिछड़ी जातियों को आरक्षण की सुविधा मिल रही है। अज्ञानता पर आधारित सोंच को विकसित करने वाले प्रधानमंत्री जी झूठ और नफरत की राजनीति को अब जनता पसंद नहीं करती है और अब आपको छः चरणों के चुनाव में इस बात का आभास हो चुका है इसलिए आप मुजरा जैसी बात करने लगे हैं।

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पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता ने कहा कि छः चरणों के चुनाव के बाद जनता परिवर्तन चाहती है यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है। लेकिन प्रधानमंत्री जी असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करके कहीं न कहीं सच और सच्चाई से अपने आप को छुपा रहे हैं। तेजस्वी जी को नीचा दिखाने के लिए जिस तरह का भाषा इस्तेमाल कर रहे हैं, यह प्रधानमंत्री के स्तर की भाषा नहीं है। ऐसे स्तरहीन बातों का जवाब जनता चुनाव में दे रही है। मुद्दों की बात और 10 वर्षों के कार्यकाल की बात प्रधानमंत्री जी नहीं कर रहे हैं। तेजस्वी जी के नौकरी और रोजगार तथा आरक्षण की व्यवस्था पर प्रधानमंत्री कोई जवाब नहीं दे रहे हैं।

पूर्व मंत्री श्री शिवचन्द्र राम ने कहा कि प्रधानमंत्री जी को इतनी घबराहट क्यों हो गई है और वो जिस तरह की बातें कर रहे हैं झूठ का पुलिंदा और जुमलेबाजी है। उन्होंने ही कहा था कि काला धन लायेंगे, 15-15 लाख रूपये सबके खाते में दिये जायेंगे और हर साल नौजवानों को नौकरी दी जायेगी। लेकिन दस सालों में बीस करोड़ नौकरी की जगह अब धमकी और अपशब्दों वाली भाषा इस्तेमाल कर रहे हैं। इन्होंने कहा कि 2014 से पहले का भारत वापस कर दीजिए प्रधानमंत्री जी जहां देश की जनता पहले पचास रूपये में डीजल, साठ रूपये में पेट्रोल और 400 रूपये में गैस सिलेंडर लिया करते थे लेकिन आज सभी की कीमतें दोगुना, तिगुना हो गई है। युवा लीडर आॅफ इंडिया और नौकरी मैन आॅफ इंडिया तेजस्वी जी ने पांच लाख नौकरी दिया और सरकार बनने पर 24 जन वचन को पूरा करने की बात की है लेकिन इस पर इनके पास कोई जवाब नहीं है।

प्रदेश मुख्य प्रवक्ता श्री शक्ति सिंह यादव ने कहा कि देश में संविधान और लोकतंत्र दोनों खत्म कैसे किया जा रहा है ये प्रधानमंत्री के वक्तव्य से ही स्पष्ट होता है। धमकी वाली भाषा इस्तेमाल करके वो चाहते हैं कि विपक्षी दलों के आवाज को बंद कर देंगे तो वो गलतफहमी में हैं। बिहार और देश की जनता ऐसी धमकी का जवाब वोट से देने जा रही है। मोदी जी अगर मुजरे के भी शौकीन हैं तो ये पता नहीं था अब तो मोदी जी के अतीत को भी झांकना पड़ेगा। ये मुजरा वाला असर उनपर कैसे आया? यों तो चर्चा बहुत होते रहता है मोदी जी के सन्दर्भ में।

इन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी जी के हर वचनों पर लोगों को विश्वास है। 34 साल का नौजवान लाठी से नहीं अपने कार्यों और कर्मों से प्रधानमंत्री जी को जवाब दे रहे हैं। पाटलीपुत्र के विकास और बिहार के लोगों के विकास पर राष्ट्रीय जनता दल कार्य कर रही है। बिहार के लोग उड़ती चिडि़या को हल्दी लगाते हैं। कलंकित करने वाली भाषा पद के गरिमा के अनुरूप नहीं है, यही मुल्यांकन का विषय है। संविधान और लोकतंत्र को खत्म करने वाली ताकतों को जवाब जनता दे रही है।

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