बिहार

विद्यालय में बच्चों को मिड डे मिल में मुड़ी और चोखा खिलाया गया, बच्चों ने जताया आक्रोश

अररिया, रंजीत ठाकुर बिहार सरकार शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए अरबों रुपए खर्च कर रही है। बावजूद इसके व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। छात्र-छात्राओं के लिए बनाए गए शौचालय व शुद्ध पीने का पानी तक नहीं मिल रहा है ना शौचालय। ताजा मामला अररिया जिले के नरपतगंज प्रखंड के भंगही पंचायत स्थित बी एम सी विद्यालय का है। जहां बुधवार को विद्यालय में बच्चों को मिड डे मिल में मुड़ी और चोखा खिलाया गया। जिससे नाराज बच्चों ने जम कर हंगामा किया । यही नहीं विद्यालय में बच्चों के लिए न तो साफ पानी की व्यवस्था है और न ही शौचालय की व्यवस्था है ।बच्चो ने कहा कि इस भीषण गर्मी में पंखा नहीं रहने के कारण हम लोगो को काफी परेशानी होती है और कई बच्चे गर्मी के कारण बेहोश भी हो गए थे । शिक्षक दो घंटा पढ़ाते है फिर चले जाते हैं।बच्चो ने कहा कि बार बार शिकायत के बावजूद प्रधानाध्यापक के द्वारा कोई सुनवाई नहीं की जाती

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वहीं बच्चों ने कहा कि विद्यालय में खाना भी नहीं मिल रहा है और उन्हें दोपहर के भोजन में मुड़ी दिया गया । विद्यालय में मौजूद रसोईया ने कहा कि प्रधानाचार्य के आदेश पर मुड़ी दिया गया है । उन्होंने कहा की चार दिनों से मुड़ी खिलाया जा रहा है। वहीं विद्यालय के हेड प्रधानाध्यापक असगर हुसैन ने पहले तो कहा कि गैस उपलब्ध नहीं होने के कारण खाना नहीं बना। बाद में अपने ही बातों से मुकरते हुए उन्होंने बच्चो पर झूठ बोलने का आरोप लगा दिया । वहीं उन्होंने कहां की दो दिन से खाना नहीं बना है। इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई है। सवाल उठता है कि क्या हेड मास्टर साहब के अपने घर में यदि रसोई गैस समाप्त हो जाता तो चार दिनों तक वो मुड़ी खा कर रहते या फिर भोजन बनाने के लिए कोई व्यवस्था करते। ऐसे में जरूरत है वरीय अधिकारियों को मामले पर संज्ञान लिए जाने की और विद्यालय के हेड मास्टर पर कारवाई किए जाने की जिससे कि अन्य विद्यालय के शिक्षक और हेड मास्टर भी सबक ले

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