फुलवारी शरीफ, अजित। बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में गुरुवार को एक दिवसीय प्रगतिशील डेयरी किसान मीट का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम प्रसार शिक्षा निदेशालय के बैनर तले आयोजित किया गया जिसमें पटना और आसपास के करीब 25 प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया.
कार्यक्रम का उद्देश्य पशुपालन और डेयरी की नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों को किसानों तक पहुँचाना, पशुधन उत्पादकता बढ़ाना और समस्याओं का समाधान तलाशना था.
मीट की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. इन्द्रजीत सिंह ने की. उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक अनुसंधान का लाभ जमीनी स्तर तक पहुँचना चाहिए और प्रगतिशील किसान इस दिशा में हमारे साझेदार हैं.
तकनीकी सत्र में डॉ. वाई.एस. जादौन ने प्रसार गतिविधियों की जानकारी दी. डॉ. जे.पी. गुप्ता ने उपयुक्त डेयरी नस्लों के चयन पर व्याख्यान दिया. डॉ. दुष्यंत यादव ने गाय और भैंसों में आईवीएफ की प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाया. डॉ. पंकज कुमार सिंह ने पशु पोषण की नई तकनीकों पर प्रकाश डाला. डॉ. दीप नारायण सिंह ने गर्मी में पशुपालन प्रबंधन पर सुझाव दिए. श्री मनोज कुमार (संयुक्त निदेशक, डेयरी विकास निदेशालय, बिहार) ने सरकारी योजनाओं की जानकारी दी.
इस मीट का नेतृत्व डॉ. वी.के. सक्सेना (निदेशक, प्रसार शिक्षा) ने किया. संवाद सत्र में किसानों ने अपने अनुभव साझा किए और वैज्ञानिकों से मार्गदर्शन प्राप्त किया। कार्यक्रम में डॉ. जे.के. प्रसाद, डॉ. उमेश सिंह और डॉ. ए.के. शर्मा की भी उपस्थिति रही. यह मीट किसानों और वैज्ञानिकों के बीच सेतु मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास रहा।