अररिया, रंजीत ठाकुर परिवार नियोजन संबंधी उपायों के प्रति जन-जागरूकता जरूरी है। ताकि जिले की बढ़ती जनंसख्या को नियंत्रित किया जा सके। इसे लेकर 27 जून से 31 जुलाई तक संचालित विशेष अभियान संचालित है। अभियान के दूसरे चरण में चिह्नित योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन संबंधी उपलब्ध सेवाओं का लाभ सुलभता पूर्वक उपलब्ध कराने की दिशा में जरूरी पहल की जा रही है। वहीं अभियान के सफल संचालन में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित कराते हुए समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों को परिवार नियोजन के महत्व, इसके लिये उपलब्ध विभिन्न विकल्पों के जानकारी व इसके लाभ से आच्छादित करने की विशेष पहल की जा रही है। इसे लेकर सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में ग्राम चौपाल, सामुदायिक बैठक आयोजित की जा रही है। वहीं आरोग्य दिवस व वीएचएसएनडी के माध्म से भी सेवाओं को अधिक प्रभावी बनाने की पहल जारी है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ सहयोगी संस्था के प्रतिनिधि अपनी सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं।
प्रभावी साबित हो रहा ग्राम चौपाल व सामुदायिक बैठकें
नियोजन उपायों के प्रति जन-जागरूकता के उद्देश्य से सुदूरवर्ती इलाकों में आयोजित सामुदायिक बैठक व ग्राम चौपाल का आयोजन विशेष रूप से कारगर साबित हो रहा है। पिरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम लीड मासूम रेजा ने बताया कि इस तरह की बैठकों में स्थानीय जनप्रतिनिधि व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मौजूदगी का समुदाय स्तर पर साकारात्मक प्रभाव देखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि रानीगंज प्रखंड अंतर्गत राघोपुर में स्थानीय मुखिया सत्यनारायण की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कई स्थानीय दंपति नियोजन साधन अपनाने के प्रति अपनी दिलचस्पी दिखाई। इसी तरह रानीगंज के बिस्टोरिया, आकांक्षी प्रखंड पलासी के पकड़ी में आयोजित ग्राम चौपाल में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी भी बेहद प्रभावी रहा है।
विभिन्न स्तरों पर उपलब्ध कराई जा रही जरूरी सेवाएं
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम संतोष कुमार ने बताया कि जनसंख्या स्थिरीकरण को बढ़ावा देने के लिये संचालित अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर विभिन्न स्तरों पर जरूरी पहल की जा रही है। इसे लेकर प्रखंडवार विशेष कैंप आयोजित किये जा रहे हैं। जहां महिला नसबंदी व पुरूष नसबंदी जैसे नियोजन के स्थायी साधन से जुड़ी सेवाएं लोगों को सहजतापूर्वक उपलब्ध हो रहा है। वहीं सभी स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से नियोजन के अस्थाई साधन कॉपर-टी, कंडोम, गर्भ निरोधक सुई अंतरा, गर्भनिरोधक गोली छाया जैसी तमाम सुविधाओं की उपयोगिता के प्रति योग्य दंपतियों को जागरूक करते हुए इससे जुड़ी सेवाओं का लाभ उन्हें मुहैया कराया जा रहा है।
सामुदायिक सहभागिता से सफल होगा अभियान
सिविल सर्जन डॉ केके कश्यम ने कहा कि परिवार नियोजन अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन में स्थानीय जनप्रतिनियों की भागीदारी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा अभियान की सफलता सामुदायिक सहभागिता में नीहित है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिये ग्राम चौपाल व सामुदायिक बैठकें विशेष रूप से प्रासांगिक है। इसके माध्यम से परिवार नियोजन संबंधी उपायों पर विस्तृत चर्चा करते हुए नियोजन के विभिन्न विकल्पों के प्रति जन-जागरूकता व नियोजन संबंधी सेवाओं को प्रोत्साहित करने के लिये सरकार द्वारा संचालित विभिन्न प्रोत्साहन योजनाओं के प्रति समुदाय को जागरूक किया जा रहा है।