बिहार

कोरोना युवा व कामकाजी आबादी को अपनी चपेट में ले रहा

  • अररिया शहरी क्षेत्र में तेजी से पांव पसारने लगा है कोरोना
  • महिलाओं की तुलना में दोगुनी तेजी से पुरुष हो रहे संक्रमण के शिकार
  • कोरोना के एक्टिव मरीजों में 32 फीसदी महिलाएं व 76 फीसदी पुरुष शामिल
  • जिले के महज दो प्रखंडों में संक्रमण के आधे से अधिक मरीज

अररिया(रंजीत ठाकुर): जिले में कोरोना वायरस सबसे ज्यादा युवाओं व कामकाजी आबादी को अपनी चपेट में ले रहा है। आंकडे बताते हैं कि संक्रमण के तीव्र प्रसार के लिये 18 से 29 साल की युवा आबादी ज्यादा जिम्मेदार हैं। जिसका खामियाजा 50 साल से कम उम्र के लोगों को चुकाना पड़ रहा है। फिलहाल संक्रमण की चपेट में आये लोगों में से 60 फीसदी की उम्र 50 साल से कम है। यही कारण है कि लोगों को अनावश्यक रूप से अपने घर से बाहर नहीं निकलने व जरूरी कार्यों से बाहर निकलने पर सुरक्षा संबंधी तमाम मानकों का शतप्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिये प्रेरित व प्रोत्साहित किया जा रहा है। गौरतलब है कि पारिवारिक जिम्मेदारियों का निवर्हन व कामकाज के सिलसिले में पुरुष अमूमन घर से बाहर निकलते हैं। संक्रमण के वर्तमान ट्रेंड यह दर्शाता है कि कामकाजी आबादी का यही हिस्सा आज संक्रमण से जुड़ी गंभीर चुनौतियों का सामना करने के लिये मजबूर है.

महिलाओं की तुलना में पुरुष संक्रमण से ज्यादा प्रभावित

जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा उपलब्ध कराये गये आंकड़ों के मुताबिक महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा तेजी से संक्रमण के शिकार हो रहे हैं। जारी रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल जिले में 1775 कोरोना के एक्टिव मामलों में 1362 पुरुष व महज 572 महिलाएं संक्रमण की चपेट में हैं। कुल संक्रमित मरीजों में पुरुषों का हिस्सा 76।73 फीसदी तो 32।23 फीसदी महिलाएं फिलहाल संक्रमण की चपेट में हैं. अररिया शहरी क्षेत्र में तेजी से फैल रहा है संक्रमण
जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी दैनिक रिपोर्ट के मुताबिक जिले के नौ में से दो प्रखंड कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित हैं। इन दो प्रखंडों में ही संक्रमण के 52 फीसदी से अधिक मामले हैं। खास बात ये कि बीते एक सप्ताह के दौरान अररिया में मरीजों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गयी है। अररिया का शहरी इलाका तेजी से कोरोना हॉटस्पॉट जोन में तब्दील होता जा रहा है। जो पहले फारबिसगंज में केंद्रित था। मई माह की शुरुआत में अररिया में कुल मरीजों की संख्या महज 330 थी । जबकि फारबिसगंज में मरीजों की संख्या 435 थी। बीते एक सप्ताह के दौरान अररिया में संक्रमण के 139 नये मामले सामने आये हैं। इस बीच फारबिसगंज में मरीजों की संख्या में महज 16 की बढ़ोतरी हुई है। फिलहाल अररिया में कुल संक्रमितों का 26.42 फीसदी व फारबिसगंज में 25.96 फीसदी मरीज हैं। दोनों ही प्रखंड जिले के प्रमुख शहरी क्षेत्र होने के साथ-साथ व्यावसायिक लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं। अररिया प्रखंड क्षेत्र संक्रमण के कुल 469 मामले हैं। फारबिसगंज में फिलहाल संक्रमितों की संख्या 451 है. सिकटी में संक्रमण के सबसे कम मामले कोरोना को लेकर जारी विभागीय रिपोर्ट के मुताबिक अमूमन जिले के सभी प्रखंड कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं। इसमें अररिया व फारबिसगंज प्रखंड को छोड़कर जिले का नरपतगंज प्रखंड संक्रमण से अधिक प्रभावित है। जहां कुल संक्रमितों की संख्या 256 है। इसके अलावा भरगामा में संक्रमण के 162, रानीगंज में 126, जोकीहाट में 83, पलासी प्रखंड में 62, सिकटी में महज 44, कुर्साकांटा में फिलहाल संक्रमण के 90 मामले हैं.

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संक्रमण से बचाव सतर्क व सावधान रहने की जरूरत: डीआईओ

डीआईओ डॉ मोईज ने कहा संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ रही है। लोग उसी अनुपात में स्वस्थ भी हो रहे हैं। बावजूद इसके लोगों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। इसलिये लॉकडाउन संबंधी नियमों का अनुपालन, नियमित रूप से मास्क का उपयोग, हाथों की सफाई व शारीरिक दूरी का ध्यान रखना इस समय ज्यादा जरूरी हो गया है।

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