बिहार

लोगों के जागरूकता से ही खत्म होगा फाइलेरिया : सिविल सर्जन

कटिहार, (न्यूज क्राइम 24) लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रखने और बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए 10 फरवरी से जिले में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए) का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के शत प्रतिशत सफल क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सेंटर फॉर एडवोकेसी एण्ड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से सदर अस्पताल के सभागार में एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मीडियाकर्मियों को कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मीडिया के माध्यम से लोगों को फाइलेरिया के प्रति जागरूक करने और सरकार द्वारा चलाए जा रहे सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की गई।

इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह के साथ जिला भेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ जे पी सिंह, डब्लूएचओ जोनल कोऑर्डिनेटर डॉ दिलीप कुमार, डब्लूएचओ एसएमओ डॉ मो सुभान अली, भीडीसीओ एन के मिश्रा, भीबीडीसी जे पी महतो, पिरामल स्वास्थ्य के एसडीसी अभिमन्यु चौधरी, पिरामल पीएल रणविजय कुमार, पीसीआई डीएमसी स्वर्णव शेखर, एसएमसी तपेश यादव, कटिहार सदर भीबीडीसी संजीव कुमार, सीफार डीसी पल्लवी कुमारी, एडीसी अमन कुमार, बीसी भीम कुमार, अमित कुमार के साथ फाइलेरिया के लिए लोगों को जागरूक करने वाले फाइलेरिया ग्रसित मरीज राजकुमार और पवनरेखा देवी के साथ सभी मीडिया कर्मी उपस्थित रहे।

लोगों के जागरूकता से ही खत्म होगा फाइलेरिया : सिविल सर्ज

आयोजित कार्यक्रम में मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाला एक गंभीर संक्रामक बीमारी है। जिसे आमतौर पर हाथीपांव भी कहा जाता है। कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है। फाइलेरिया के प्रमुख लक्षण हाथ और पैर या हाइड्रोसील (अण्डकोष) में सूजन का होना होता है। प्रारंभिक अवस्था में इसकी पुष्टि होने के बाद जरूरी दवा सेवन से इसे रोका जा सकता है। इसके लिए लोगों में जागरूकता की आवश्यकता है। लोगों को फाइलेरिया के लिए जागरूक करने में मीडिया की सशक्त भूमिका होती है। जिले में 10 फरवरी से (शनिवार) स्वास्थ्य विभाग द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमें आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा घर-घर जाकर अपने सामने दवा खिलायी जाएगी। लोगों को इस कार्यक्रम में भाग लेकर स्वयं और अपने परिवार को फाइलेरिया से सुरक्षित करना चाहिए।

जिले के लगभग 35 लाख लोगों को खिलाई जाएगी डीईसी व अल्बेंडाजोल की दवा :

जिला भेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ जे पी सिंह ने कहा कि लोगों को फाइलेरिया संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए जिले में 10 फरवरी से ही आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा लोगों को घर-घर जाकर अपनी उपस्थिति में डीईसी व अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी। सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम के दौरान जिले में लगभग 35 लाख लोगों को यह दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए जिले में 1727 आशा कर्मियों की भ्रमणशील टीम बनायी गयी है। हर टीम में दो आशा कर्मी उपस्थित रहेंगी जिसके द्वारा घर-घर जाकर लोगों को दवाई खिलाई जाएगी। इसकी निगरानी के लिए जिले में 159 पर्यवेक्षक लगाये गये हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि 02 साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिला और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों को दवा नहीं खिलाई जाएगी। इसके अलावा सभी लोगों को दवा खिलाई जानी है। यह दवा सभी लोगों को खाली पेट नहीं खिलाया जाएगा। लोगों को नास्ता या खाना खाने के बाद आशा कर्मियों द्वारा खिलाये जा रहे दवा का सेवन करना है। डॉ जे पी सिंह ने बताया कि गुरुवार को सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह और एसीएमओ डॉ कनक रंजन द्वारा पीसीआई के सहयोग से जिले में जागरूकता रथ का उद्घाटन किया गया है। सदर अस्पताल से शुरू जागरूकता रथ द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में पहुँचकर लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए आशा कर्मियों की उपस्थिति में दवा सेवन करने के लिए जागरूक किया जाएगा।

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इस प्रकार करना है फाइलेरिया उन्मूलन दवा का सेवन :

डब्लूएचओ जोनल कोऑर्डिनेटर डॉ दिलीप कुमार ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में 02 वर्ष से 05 वर्ष के बच्चों को डीईसी तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली, 06 वर्ष से 14 वर्ष तक के लोगों को डीईसी की दो गोली तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। लोगों द्वारा अल्बेंडाजोल का सेवन आशा की उपस्थिति में चबाकर किया जाना है। सबसे अहम बात यह है कि 02 वर्ष से कम उम्र के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को कोई दवा नहीं खिलायी जानी है। कार्यक्रम में छूटे हुए घरों में आशा कर्मियों द्वारा पुनः भ्रमण कर दवा खिलाई जाएगी।

नेटवर्क सदस्यों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और मीडिया कर्मियों के समक्ष अपनी व्यथा सुनाकर दवा खाने के लिए की अपील:

मीडिया कार्यशाला में कटिहार सदर प्रखंड में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से सीफार द्वारा संचालित पेशेंट प्लेटफार्म सदस्य राजकुमार चौधरी द्वारा कई वर्षो से फाइलेरिया (हाथीपांव) जैसी बीमारी से ग्रसित होने से संबंधित अनुभव को स्वास्थ्य विभाग और मीडियाकर्मियों से साझा किया और अन्य लोगों को इस बीमारी से सुरक्षित रहने के लिए एमडीए कार्यक्रम द्वारा दवा सेवन करने के लिए मीडिया के माध्यम से अपील की। उन्होंने कहा कि 10 फरवरी आयोजित कार्यक्रम के पहले तीन दिनों तक बूथस्तर पर स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, प्रखंड मुख्यालय, थाना, मदरसा, गुरुद्वारा, पंचायत भवन सहित कई अन्य सामुदायिक और सार्वजनिक स्थलों पर दवा खिलाई जाएगी। इसके बाद आशा कर्मियों द्वारा घर-घर जाकर सभी लोगों को दवाई खिलाई जाएगी।

इस दौरान सभी को बढ़चढ़ कर भाग लेकर खुद दवाई का सेवन तो करना ही है साथ ही आप अपने परिवार, आसपास या सगे संबंधियों को दवा खाने के लिए प्रेरित करेंगे। ताकि फाइलेरिया जैसी बीमारी से बचाव और सुरक्षित रह सकें। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से बरारी प्रखंड में संचालित पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की नेटवर्क मेंबर पवन रेखा देवी द्वारा उपस्थित सभी सदस्यों को फाइलेरिया उन्मूलन के लिए चलाए जाने वाले एमडीए कार्यक्रम के जागरूकता के लिए खुद से लिखी गई गीत गाकर सुनाया गया। उन्होंने गीत के माध्यम से अन्य लोगों को दवा का सेवन सुनिश्चित करते हुए खुद को फाइलेरिया से सुरक्षित रखने के लिए जागरूक किया गया। उनके गाये गए गीत की उपस्थित स्वास्थ्य अधिकारियों और मीडिया कर्मियों द्वारा सराहना की गई।

ध्यान रखने योग्य जानकारी:

  • खाली पेट दवा का सेवन नहीं किया जाना है।
  • दवा स्वास्थ्यकर्मियों के सामने ही खानी जरूरी है।
  • अल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खाई जानी है।
  • फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए अपने घरों के आसपास गंदा पानी इकट्ठा न होने दें।
  • सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।

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