बिहार

पटना एम्स में स्तन कैंसर रेडिएशन जागरूकता रैली निकाली गईं

फुलवारी शरीफ, अजित। गुरुवार को पटना एम्स में स्तन कैंसर जागरूकता रैली निकाली गई . इस कार्यक्रम का आयोजन स्तन कैंसर जागरूकता माह के तहत एम्स पटना में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग द्वारा किया गया. एम्स पटना के निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण पाल के मार्गदर्शन और डॉ. (प्रोफेसर) प्रितांजलि सिंह, एचओडी रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग, एम्स पटना की देखरेख में स्तन कैंसर जागरूकता रैली निकालकर स्तन कैंसर के के बारे में लोगों को जागरूक किया गया.

दरअसल, अक्टूबर महीने में पूरे विश्व में स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता में कार्यक्रम का आयोजन करके लोगों को इससे बचने के बारे में सचेत किया जाता है. इस वर्ष स्तन कैंसर जागरूकता माह की थीम है “किसी को भी अकेले स्तन कैंसर का सामना नहीं करना चाहिए”.

निदेशक डॉ. जी.के. पाल द्वारा गुलाबी गुब्बारा उड़ाकर रैली को हरी झंडी दिखाई गई. एम्स पटना के डीन एकेडमिक डॉ. उमेश भदानी ने आम लोगों में स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि शुरुआती चरण में निदान होने पर स्तन कैंसर का इलाज संभव है. डॉ. सी.एम. सिंह, चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. अनिल कुमार (एचओडी) ट्रॉमा एवं इमरजेंसी ने उत्साहपूर्वक रैली में भाग लिया और उपस्थित लोगों को स्तन कैंसर जागरूकता के लिए प्रेरित किया. डॉ. वीणा सिंह (एच.ओ.डी.), बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी ने वहां मौजूद जन समूह को को स्तन कैंसर में पुनर्निर्माण सर्जरी की भूमिका के बारे में समझाया.

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डॉ. प्रीतांजलि सिंह ने लोगो को स्वस्थ जीवन शैली के बारे में प्रेरित किया, जैसे धूम्रपान, शराब से बचना, शारीरिक व्यायाम बढ़ाना, कम वसा और लाल मांस खाना, अधिक वजन और मोटापा कम करना, आहार में फल और सब्जियां बढ़ाना चाहिए. उन्होंने बताया की स्तन कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में पाया जाने वाला सबसे आम कैंसर है.महिलाओं में स्तन कैंसर का जीवनकाल जोखिम 1:8 है. स्तन कैंसर के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं .स्तन कैंसर के सामान्य लक्षण स्तन में गांठ, निपल से स्राव, स्तन में अल्सर या त्वचा में परिवर्तन आदि बताए जाते हैं. स्तन में परिवर्तनीय और गैर-परिवर्तनीय जोखिम इस रोग के कारक होते हैं. स्तन कैंसर के परिवर्तनीय जोखिम कारकों में धूम्रपान, शराब, गतिहीन जीवन शैली, मोटापा आदि शामिल हैं. गैर-परिवर्तनीय जोखिम कारकों में आनुवंशिक कारक, उम्र आदि शामिल हैं.

रैली में डॉ. हरिकेश सिंह (सहायक प्रोफेसर, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी), डॉ. पंकज कुमार (एच.ओ.डी.) न्यूक्लियर मेडिसिन सहित वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टर, पीजी छात्र, नर्सिंग छात्र, अस्पताल स्टाफ सहित सुरक्षा कर्मचारी शामिल हुए.

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