पूर्णिया, (न्यूज़ क्राइम 24) ”बाल संवर्धन कार्यक्रम” स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान से जिले के सभी क्षेत्रों में क्रियान्वित किया जा रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य, और समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) अधिकारियों को राज्य एवं जिला सलाहकार द्वारा प्रशिक्षित करने के लिए पूर्णिया जिले के होटल ग्रैंड इंपीरियल में आईसीडीएस डीपीओ सुगंधा शर्मा की अध्यक्षता में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान सभी प्रतिभागियों को राज्य एवं जिला अधिकारियों द्वारा सामुदायिक स्तर पर अतिकुपोषित एवं अति कम वजन वाले बच्चों के प्रबंधन हेतु आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई गई। आयोजित प्रशिक्षण में डीपीओ सुगंधा शर्मा के साथ राष्ट्रीय पोषण अभियान की जिला समन्वयक निधि रानी, जिला प्रोग्राम सहायक सुधांशु कुमार, यूनिसेफ राज्य सलाहकार वृंदा किराडू, स्टेला ग्रेस, जिला पोषण समन्यवक निधि भारती, जिला समन्यवक शुभम गुप्ता और सभी आईसीडीएस परियोजना के महिला पर्यवेक्षिका एवं प्रखण्ड समन्वयक उपस्थित रहे।
बाल संवर्धन के लिए समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन के दस चरण की विस्तार से दी गई जानकारी :
प्रशिक्षण के दौरान यूनिसेफ के राज्य स्तर से आए अधिकारियों के द्वारा बाल संवर्धन के लिए समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन के दस चरण की विस्तार से जानकारी दी गयी। समुदायिक अधिकारियों को वृद्धि निगरानी और दोनों पैरों में सूजन की जांच, कुपोषित बच्चों के भूख का परिक्षण, चिकित्सा मूल्यांकन, देखभाल के स्तर का निर्णय, पोषण प्रबंधन, चिकित्सीय प्रबंधन, पोषण, साफ-सफाई पर परामर्श, नियमित निगरानी और गृह भ्रमण, समुदाय आधारित प्रबंधन कार्यक्रम से डिस्चार्ज, डिस्चार्ज के बाद वीएचएसएनडी स्तर पर मासिक फॉलोअप के बारे में जानकारी दी गई। विशेषज्ञों द्वारा सभी अधिकारियों को बच्चों के विकास निगरानी और जनजागरूकता में आंगनबाडी सेविका एवं आशा के सहयोग, कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में रेफर करने में मदद, परिवारों और देखभाल करने वालों को परामर्श, उचित आहार प्रथाओं और साफ-सफाई से संबंधित विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान चिन्हित सभी गंभीर रूप से कम वजन और गंभीर रूप से दुबले बच्चों के भूख के परीक्षण की जानकारी दी गई। इसके साथ ही हर महीने आंगनवाड़ी सेविकाओं द्वारा पहचान किये गये गंभीर रूप से दुबले बच्चों की सूची अनुसार प्रत्येक बच्चे का वजन और ऊँचाई का पूर्ण सत्यापन कर रिकॉर्ड रखना एवं स्वास्थ्य जाँच कर उनकी स्थिति का आँकलन कर उनका प्रबंधन करने सी-मैम आईसीडीएस मोबाइल एप्लीकेशन में एसएएम/एसयूडब्लू (SAM/ SUW) बच्चों का पंजीकरण, स्वास्थ्य जांच, फॉलोअप, रेफरल से संबंधित विस्तार में सभी क्रियान्वयन के लिए सभी महिला पर्यवेक्षिका एवं प्रखण्ड समन्वयकों को जानकारी दी गई। इससे सभी कर्मियों द्वारा क्षेत्र से गंभीर और अति गंभीर कुपोषित बच्चों की समय पर पहचान सुनिश्चित करते हुए बच्चों को स्वास्थ्य जांच और लाभ उपलब्ध कराई जाएगी जिससे कि बच्चे स्वस्थ्य और सुरक्षित होते हुए सामान्य जीवनयापन का लाभ उठा सकेंगे।
