पटना(न्यूज़ क्राइम 24): भारत बंद के दौरान आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पटना के डाक बंगला चौराहे पर किसानों के समर्थन में जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया. कार्यकर्त्ता तीनो किसान विरोधी बिलो की बिना शर्त वापसी की मांग कर रहे थे. मौके पर मौजूद आम आदमी पार्टी की महिला प्रदेश प्रवक्ता गुलफिशा युसूफ ने उपस्थित प्रेस मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार किसानों के खिलाफ तीनो काला कानून सरकार वापस ले। इस बिल के अस्तित्व में आने से किसान अंबानी अडानी जैसे पूंजीपतियों के चुंगल में फंसकर और गरीब हो जायेगा। दिल्ली में देश का अन्नदाता १३ दिनों से इस ठंड में सड़क पर बैठा है केंद्र सरकार तानशाही रवैया अख्तियार किए है। आन्दोलन के समर्थन में खड़े दिल्ली के मुख्यमत्री को आज हाउस अरेस्ट किया जाना इस बात का प्रमाण है कि वर्तमान तानाशाह केंद्र सरकार देश से लोकतंत्र समाप्त करना चाहती है.
उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी किसानों के साथ खड़ी है। हमारे किसान भाइयों को खालिस्तानी, पाकिस्तानी, देशद्रोही बोला जाना शहीदे आजम भगत सिंह , लाला लाजपत राय जैसे वंशजों का अपमान है।जब एक वाहन निर्माता अपने उत्पाद का मूल्य तय कर सकते हैं तो किसान अपने उत्पाद का मूल्य क्यूं नहीं तय कर सकते, ये तानाशाही नहीं चलेगी. आज के विरोध प्रदर्शन में प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज कुमार, अंगेश सिंह, प्रदेश प्रवक्ता बबलू कुमार प्रकाश, गुलफिशा युसूफ, डा शशिकांत, पटना जिला के नेता सुयश कुमार ज्योति, विद्याभूषण शर्मा, अरविन्द कुमार, अंजुम बारी, युवा नेता दीपक कुमार,अरविंद पंकज, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष लोकेश सिंह, पिछड़ा प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष नंद लाल राम, कार्यालय प्रभारी कृष्ण मुरारी गुप्ता आदि दर्जनों पदाधिकारी कार्यकर्ता सक्रिय दिख रहे थे।