जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली के महुआ प्रखंड में मीडिया संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में आज से कुछ वर्ष पहले शराब और बालू माफियाओं जैसे कोई चीज नहीं होती थी। शराबबंदी जिसमें शराब की दुकानें बंद है, लेकिन होम डिलीवरी चालू है, जिसकी वजह से शराब माफिया सक्रिय हो गए हैं। यही हाल बालू से जुड़े लोगों का है। छपरा की बात करें तो NH 19 पर पिछले 5 वर्षों से जाम खुला ही नहीं है।
NH 19 से गुजरने के लिए बालू के हर ट्रकों से पैसे लिए जाते हैं। शराब और बालू माफिया बिहार के समाज पर एक नया कोढ़ बन गए हैं। जब पदयात्रा शुरू हुई थी तब लोग बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था के बारे में बात करते थे, लेकिन महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद लोगों के मन में डर था कि कानून व्यवस्था बिगड़ जाएगी, लेकिन पिछले 2-3 महीने से यह ज्यादा बढ़ गई है। अब लोग खुलकर इसके बारे में बात कर रहे हैं और जो डर पहले उनके मन में शंका के रूप में था, अब वह डर उनका भय बन गया है।