बिहार

विश्व डायबिटीज दिवस के मौके परस्वास्थ्य संस्थानों में विशेष चिकित्सकीय सह जागरूकता शिविर आयोजित

अररिया, रंजीत ठाकुर। विश्व डायबिटीज डे के मौके पर जिले के अमूमन सभी स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष चिकित्सकीय सह जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में पहुंचने वाले लोगों का समुचित जांच के बाद उन्हें जरूरी दवाएं नि:शुल्क उपलब्ध कराया गया। गौरतलब है कि विश्व डायबिटीज दिवस के मौके पर जिले में 14 से 21 नंवबर के बीच नि:शुल्क जांच सह चिकित्सा परामर्श सप्ताह आयोजित किया जा रहा है। इसके प्रति आम लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से निकाले गये जागरूकता रथ को एसीएमओ डॉ राजेश कुमार व डीसीएम सौरव कुमार, एफएलसी प्रभात कुमार द्वारा हरी झंडी दिखाकर क्षेत्र भ्रमण के लिेय रवाना किया गया।

एसीएमओ डॉ राजेश कुमार ने बताया कि विश्व डायबिटीज दिवस के मौके पर स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष चिकित्सकीय सह जागरूकता शिविर आयोजित किया जायेगा। आयोजित शिविर में चिकित्सकों द्वारा मधुमेह व रक्तचाप से बचाव संबंधी उपायों की जानकारी देते हुए इससे बचाव के लिये स्वस्थ जीवनशैली व खान-पान संबंधी उचित आदतों की जानकारी दी जायेगी। एफएलसी प्रभात रंजन ने कहा कि जागरूकता रथ विभिन्न इलाकों का भ्रमण करते हुए लोगों को मधुमेह से बचाव व उपचार संबंधी उपायों के प्रति जागरूक करेगा।

साथ ही आयोजित शिविर की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा कर इसका लाभ उठाने के लिये उन्हें प्रेरित करेगा। विश्व मधुमेह दिवस के मौके पर सदर अस्पताल में आयोजित शिविर का उद्घाटन जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज, सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ राजेंद्र प्रसाद, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद ने सामूहिक रूप से किया। मौके पर सदर अस्पताल के कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर में कार्यरत भाभा कैंसर हॉस्पिटल व रिसर्च सेंटर की चिकित्सक डॉ सायना आलम, डॉ मैत्रयी सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।

डायबिटीज के प्रति लोगों का जागरूक होना जरूरी

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शिविर का उद्घाटन करते हुए डीआईओ डॉ मोईज ने बताया कि शरीर में इंसुलिन का बैलेंस बिगड़ने से डायबिटीज की बीमारी होती है। इसे सुगर या मधुमेह के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल इंसुलिन हार्मोन है। जो ब्लड ग्लूकोज को नियंत्रित करता है। इंसुलिन का बैलेंस बिगड़ने से शरीर में ग्लूकोज का स्तर अनियंत्रित हो जाता है। जो कई तरह की शारीरिक समस्या पैदा करता है। उन्होंने कहा कि डायबिटीज का अगर सही समय पर उचित उपचार नहीं किया गया तो ये नस, गुर्दा सहित शरीर के अन्य अंगों को गंभीर नुकसान पहुंचाता है। इसलिये रोग संबंधी समुचित जानकारी, बचाव संबंधी उपाय व इसका कुशल प्रबंधन के तौर-तरीकों के बारे आम लोगों का जागरूक होना जरूरी है। जो विश्व मधुमेह दिवस का मुख्य उद्देश्य है।

संतुलित आहार व नियमित व्यायाम जरूरी

सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि लोगों में सुगर की बीमारी बड़ी तेजी से फैल रही है। हर उम्र के लोग इसका शिकार बन रहे हैं। इससे बचाव के लिये स्वस्थ दिनचर्या व संतुलित खानपान जरूरी है। नियमित व्यायाम व योगासन इससे बचाव के साथ-साथ इसे नियंत्रित रखने के महत्वपूर्ण उपायों में से एक है। अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद ने बताया कि सदर अस्पताल में आयोजित विशेष चिकित्सकीय सह जागरूकता शिविर 14 से 21 नंवबर तक संचालित होगा। शिविर के माध्यम से लोगों को जरूरी जांच व चिकित्सकीय परामर्श के साथ इससे बचाव व रोग प्रबंधन संबंधी उपायों के प्रति जागरूक किया जायेगा।

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