बिहटा(आनंद मोहन): राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) का 16 वां स्थापना दिवस समारोह 9वीं वाहिनी के बिहटा परिसर में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से एनडीआरएफ बिहटा के सभी बचावकर्मी अपने मुख्यालय दिल्ली से जुड़े रहे जहां स्थापना दिवस समारोह का मुख्य कार्यक्रम विज्ञान भवन में आयोजित किया गया। इस समारोह के मुख्य अतिथि रहे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय सिंह ने एनडीआरएफ के कामों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अपनी स्थापना के बाद मात्र चौदह – पंद्रह वर्षों में ही एनएडीआरएफ ने देश विदेश में अपनी जो पहचान बनाई है , लोगों के मन में भरोसा कायम किया है और दिलों में जो जगह बनाई है उसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। किसी आपदा के दौरान एनडीआरएफ के लोगों की उपस्थिति से आपदा में फंसे लोगों का मनोबल बढ़ जाता है यह बहुत बड़ी बात है। लोगों का इतना विश्वास और भरोसा मैं कहीं और नहीं देखता। बल के महानिदेशक श्री सत्यनारायण प्रधान, आईपीएस ने भी इस अवसर पर अपने समस्त कार्मिकों को बधाई संदेश दिया और उन्होंने सरकार और देश की जनता को भरोसा दिलाया कि आपदा कैसी भी हो एनडीआरएफ के कार्मिक पूरी निष्ठा, ईमानदारी और कार्यकुशलता के साथ अपने कर्तव्यों को अंजाम देते रहेंगे। इस अवसर पर विजय सिन्हा, कमांडेंट, 9वीं वाहिनी एनडीआरएफ ने बटालियन के सभी कर्मियों को बधाई दी तथा बल द्वारा भारत और दुनिया भर में आपदा प्रबंधन में किए गए महत्वपूर्ण कार्यों पर प्रकाश डाला और कहा कि एनडीआरएफ अब आपदा प्रतिक्रिया और प्रबंधन के क्षेत्र में भारत सरकार के सबसे दृश्यमान चेहरे के रूप स्थापित हो चुकी है.
इस दौरान उन्होंने वाहिनी के सभी कार्मिकों के कड़ी मेहनत, ईमानदारी और समर्पण की सराहना की और आपदा जोखिम में कमी को न्यूनतम स्तर तक लाने के हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार करने के लिए अपने कार्मिकों का आह्वाहन किया। इस अवसर पर वाहिनी परिसर में सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया जिसमें कोविड के नियमों का पालन सुनिश्चित किया गया आठ ही बटालियन के सभी अधिकारी और जवानों ने मिलकर एक साथ खाना खाया। विदित है कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), देश की एक विशेष बहु कुशल, मानवीय बल है जो 19 जनवरी 2006 को अस्तित्व में आया, यह दुनिया का एकमात्र ऐसा बल है जिसे आपदाओं के दौरान लोगों की मदद करने के लिए गठित किया गया है और आज यह बल आपदा जोखिम के न्यूनीकरण एवं आपदा प्रबंधन तथा विभिन्न आपदाओं से निपटने के लिए सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।