फुलवारीशरीफ, अजीत। पटना के पलंगा गंजपर की रहने वाली बचनी देवी, एक महादलित (मुसहर जाति) महिला, आज एक हृदयविदारक दुर्घटना में असमय इस दुनिया से विदा हो गईं। वे किसी आवश्यक कार्य से ई-रिक्शा पर सवार होकर घर से निकली थीं। लेकिन बेऊर-बघरा रोड पर नदियावां के पास अचानक वे टोटो (टेम्पो) से गिर पड़ीं। दुर्भाग्य से उसी समय एक तेज रफ्तार हाईवा ट्रक वहां से गुजर रहा था, जिसने उन्हें कुचल दिया। बचनी देवी की मौके पर ही दर्दनाक मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पति करीमन मांझी, जो पेशे से मजदूर हैं
अब अपने तीन छोटे बच्चों के साथ जीवन की एक कठिन लड़ाई में अकेले खड़े हैं। इस मार्मिक घटना के बीच एक उम्मीद की किरण सामने आई है। *मिशन नौनिहाल सम्मान के संस्थापक-संरक्षक सुखदेव सिंह (जो कि सर्वोच्च मानवाधिकार संरक्षण सम्मान से सम्मानित हैं तथा यूनिसेफ के स्थायी सहयोगी सदस्य भी हैं) ने मानवीय पहल करते हुए इस परिवार की मदद का संकल्प लिया है। श्री सिंह ने घोषणा किया है कि मृतका बचनी देवी के बच्चे की मैट्रिक बोर्ड तक की शिक्षा हेतु आवश्यक पठन-पाठन सामग्री पूरी तरह नि:शुल्क प्रदान की जाएगी। इन्होने पूर्व विधायक अरुण मांझी, सामाजिक कार्यकर्ता शत्रुध्न पासवान एवं बंटी चंद्रवंशी से इस प्रकिया मे मिशन नौनिहाल सम्मान को सहयोग का आग्रह किया है।
सुखदेव सिंह ने कहा कि एक मां चली गई, लेकिन उसकी संतान का भविष्य हम सबकी ज़िम्मेदारी है। मिशन नौनिहाल सम्मान का तीन सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल शीघ्र ही पीड़ित परिवार से संपर्क करेगा और हर संभव मदद के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। उन्होंने सभी से अपील भी किया है कि इस परिवार को न केवल संवेदना, बल्कि सहयोग और समर्थन भी दिया जाए, ताकि बचनी देवी की संतानों को एक बेहतर भविष्य मिल सके। आज जब समाज का एक वर्ग रोज़ी-रोटी और जीवन की बुनियादी ज़रूरतों के लिए संघर्ष करता है, तब ऐसी त्रासदियाँ केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। ये हमें जिम्मेदारी, करुणा और सामूहिक सहयोग का स्मरण कराती हैं।