पटना(अजीत यादव): देखिए एसपी साहब, पीड़ित व्यक्ति को ही आपकी पुलिस पकड़ कर बंद कर देते हैं। ऐसे में कोई पीड़ित शख्स अपनी पीड़ा सुनाने कहाँ जाए। ताजा मामला पटना के धनरूआ थाना क्षेत्र का है, जहां दबंगों के कहर से पीड़ित व्यक्ति जब थाना में अपनी पीड़ा सुनाने पहुंचा उल्टे पुलिस ने उसे ही पकड़कर हाजत में बंद कर दिया।
पटना में दबंगों का कहर इस कदर टूटा की घर पर चढ़कर ताबड़तोड़ फायरिंग से इलाके में दहशत मच गया है। बड़ी खबर है पटना के धनरूआ थाना क्षेत्र की जहां देवचंद बीघा में दबंग सत्येंद्र यादव ने रंजीत यादव के घर पर चढ़कर पूरे परिवार को मारपीट किया और फायरिंग की ।पीड़ित रंजीत यादव थाना में लिखित आवेदन देकर मामला दर्ज करवाया । मौके पर पुलिस पहुंची और पीड़ित को ही गिरफ्तार कर थाने लाई ।सुशासन की सरकार में एक पीड़ित को थाने में दबंगों के खिलाफ आवेदन देकर शिकायत करना भारी पड़ गया । जी हां, पीड़ित रंजीत यादव बाइक से अपने घर जा रहा था कि रास्ते में सत्येंद्र यादव आधा दर्जन लोगों के साथ पीड़ित को घेरकर बाइक से खींच लिया।
दबंगई दिखाते हुये मोबाइल और पैसे की लूट लिया औऱ जबरदस्त पिटाई की। जब पीड़ित अपने घर पहुंचा अपने परिजनों को आपबीती सुनाई। जब रणजीत के परिजन दबंग सतेंद्र यादव के यहां कंप्लेंन करने गया तो भगा दिया । इसके बाद सत्येंद्र यादव आधा दर्जन अपने सहयोगियों के साथ पीड़ित रंजीत यादव के घर पर चढ़कर जबरदस्त मारपीट किया। थानाध्यक्ष से मामले पर बातचीत की गई तो थानाध्यक्ष ने फायरिंग की बातों से पल्ला झाड़ लिया।पुलिस का कहना है कि पूर्व के विवाद था । लेकिन सबसे बड़ी बात है कि जब पीड़ित ने थाना में आवेदन दिया फिर भी पुलिस कार्रवाई नहीं की और पीड़ित को ही थाने में लाकर बन्द कर दिया। बता दें कि दबंग सत्येंद्र यादव पर कई संगीन अपराधिक मामले पहले से थाना में दर्ज है। फिर यहां सोचने वाली बात दिया है कि आखिर कोई पीड़ित अपनी फरियाद थाना पुलिस को कैसे सुनाएं। सुनाएगा तो पुलिस उसे ही गिरफ्तार कर थाने ले जाएगी। धनरूआ थाना की पुलिस की इस बड़ी लापरवाही से इलाके में ग्रामीणों में पुलिस के प्रति आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों में तरह-तरह की चर्चा का बाजार गर्म है। लोगों का मानना है कि दबंग व्यक्ति से थानेदार की मिलीभगत है।