पटना, (न्यूज़ क्राइम 24) जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री राजीव मिश्रा ने कहा है कि छठ महापर्व, 2024 के अवसर पर उत्कृष्ट भीड़ प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था तथा सुचारू यातायात प्रबंधन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी इसके लिए पूर्णतः सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहेंगे एवं संयुक्त जिलादेश में वर्णित निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करेंगे। अधिकारीद्वय आज श्रीकृष्ण स्मारक भवन, पटना में आयोजित संयुक्त ब्रीफ़िंग में छठ पूजा हेतु प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों, नोडल पदाधिकारियों एवं अन्य को संबोधित कर रहे थे। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि छठव्रतियों तथा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी पदाधिकारी सक्रिय रहें। प्रशासन द्वारा इसे पूर्णतः सुविधायुक्त करने के लिए सभी प्रबंध किया गया है। पर्व को दुर्घटनामुक्त ढंग से संपन्न कराना हम सबका प्राथमिक दायित्व है जिसे सफलतापूर्वक निर्वहन करेंगे। विभिन्न विभागों के पदाधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर त्रुटिरहित ढंग से इसे पूरा करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि छठ पर्व के अवसर पर काफी बड़ी संख्या में बिहार के निवासी अपने घर आ रहे हैं। रेलवे द्वारा बड़ी संख्या में विशेष ट्रेन चलाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा एवं भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने का निदेश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि छठ महापर्व के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु प्रशासन पूर्णतः प्रतिबद्ध है। विधि-व्यवस्था के मद्देनजर ज़िला स्तर से 205 (दो सौ पाँच) स्थानों पर दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। पटना सदर अनुमंडल में 114 स्थानों, पटना सिटी अनुमंडल में 81 स्थानों एवं दानापुर अनुमंडल में 10 स्थानों पर दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। सभी एसडीओ एवं एसडीपीओ अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत विधि-व्यवस्था संधारण हेतु आवश्यकतानुसार अतिरिक्त प्रतिनियुक्ति करेंगे। सशस्त्र बल, लाठी बल एवं महिला बल को भी लगाया गया है। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी ससमय अपने ड्यूटी स्थान पर पहुँच जाएंगे तथा पर्व की शांतिपूर्ण समाप्ति तक मुस्तैद रहेंगे। दंडाधिकारी समन्वयक की भूमिका का भी निर्वहन करेंगे एवं विद्युत, आपदा प्रबंधन, नगर निगम, स्वास्थ्य, पूजा समिति सहित सभी भागीदारों (स्टेकहोल्डर्स) के साथ तालमेल स्थापित करते हुए छठ पूजा का सफल आयोजन सुनिश्चित करेंगे। जिलाधिकारी द्वारा संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है।
ब्रीफ़िंग कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक, यातायात; सिविल सर्जन; अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन; अपर ज़िला दंडाधिकारी विधि व्यवस्था एवं अन्य ने भी संबोधित किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि छठ महापर्व धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है। अतः सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी विनम्रता एवं सौजन्यता का प्रदर्शन करते हुए विधि-व्यवस्था संधारण सुनिश्चित करेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि छठ घाटों पर काम कर रहे कार्य एजेंसियों का नियमित अनुश्रवण किया जाए। श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की सुविधा के लिए त्रुटिहीन व्यवस्था सुनिश्चित रहना चाहिए।
त्रुटिहीन आपदा प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए मोटरबोट के माध्यम से रिवर पेट्रॉलिंग की व्यवस्था की गई है। कुल 18 गंगा नदी गश्ती दल प्रतिनियुक्त किया गया है। ये सभी मोटर लॉन्च, लाईफ जैकेट, गोताखोर एवं अन्य उपस्करों से लैस रहेंगे। नदी गश्ती दल द्वारा लगातार पेट्रोलिंग करते हुए यह सुनिश्चित की जाएगी कि नदी में कोई भी असामाजिक तत्व किसी भी तरह से गड़बड़ी न करने पाए। 10 रिवर फ्रंट-घाट गस्ती तथा 03 स्पीड बोट ग़स्ती दल भी तैनात किया गया है।
छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा तथा सुरक्षा हेतु मोटरबोट एवं अन्य संसाधनों के साथ नाविक एवं गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति भी की गई है। देशी नाव, नाविक एवं गोताखोर का 333 दल आपदा की आकस्मिकता से निपटने हेतु मुस्तैद किया गया है। 23 प्रखंडों में 306 नाव, 306 नाविक तथा 333 प्रशिक्षित गोताखोर ड्यूटी पर तत्पर रहेंगे। एनडीआरएफ की 08 टीम तथा एसडीआरएफ की 14 टीम को तैनात किया गया है। पटना शहरी क्षेत्रों के तालाबों के नजदीक आपदा की आकस्मिकता से निपटने हेतु गोताखोरों को सभी संसाधनों यथा कांटा जाल, महाजाल एवं रस्सी सहित प्रतिनियुक्त किया गया है। चयनित स्थलों पर सिविल डिफेंस के 168 वोलंटियर्स की भी प्रतिनियुक्ति की गई है। सभी एसडीओ को अतिरिक्त संख्या में गोताखोरों, महाजाल एवं तैराकों को सुरक्षित रखने का निदेश दिया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि लोकहित में छठ पर्व के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण के लिए परिचालित नावों को छोड़कर किसी भी अन्य नावों के परिचालन पर विगत वर्षों की तरह रोक रहेगी। इस बारे में गंगा नदी के किनारे पटना जिला के सीमा से सटे जिलों के जिलाधिकारी से भी अनुरोध किया गया है। सभी संबंधित अनुमंडल दंडाधिकारी गंगा नदी में दिनांक 05.11.2024 के पूर्वाह्न से दिनांक 08.11.2024 के मध्याह्न तक नावों के परिचालन को नियंत्रित एवं विनियमित करने हेतु भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के अंतर्गत निषेधाज्ञा प्रख्यापित करेंगे। संबंधित एसडीओ, एसडीपीओ, थानाध्यक्ष प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारी इस आदेश का कार्यान्वयन सुनिश्चित करेंगे।
जिला नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में 35 सुरक्षित दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। पटना लॉ कॉलेज, गाय घाट, कलेक्टोरेट-सह-महेन्द्रू घाट, जेपी सेतु घाट तथा जेपी गंगा पथ-अटल पथ के रोटरी पर मुख्य नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जहाँ 26 पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। पटना सदर अनुमंडल सहायक नियंत्रण कक्ष में 21 दण्डाधिकारियों, पटना सिटी नियंत्रण कक्ष में 04 दण्डाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। पटना शहरी क्षेत्र के 14 क्षेत्रों में पैदल गश्ती दल प्रतिनियुक्त किया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी पदाधिकारी संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतेंगे, असामाजिक तत्वों के विरूद्ध निरोधात्मक एवं दण्डात्मक कार्रवाई करेंगे तथा विधि-व्यवस्था का समुचित संधारण सुनिश्चित करेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा है कि अफवाह फैलानेवालों के विरूद्ध त्वरित एवं कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यथेष्ट प्रशासनिक सतर्कता, निरोधात्मक एवं सुरक्षामूलक कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी प्रकार की संदेहास्पद सूचना 24*7 जिला नियंत्रण कक्ष (दूरभाष संख्या 0612-2219810/2219234/9431800675) एवं पटना सदर तथा पटना सिटी स्थित अनुमंडलीय नियंत्रण कक्ष (दूरभाष संख्या 0612-2631813) एवं आपात नम्बर सेवा डायल 112 पर तुरत दें। जिला स्तर से त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकानी ने कहा कि छठपूजा शांति एवं सौहार्द्र का पर्व है। इससे आपसी भाईचारा का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने कहा कि हर कार्यक्रम में एक चुनौती होती है। उस चुनौती को आप सेवा भाव से लेंगे तो सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि आप सभी युवा, डायनामिक एवं सक्षम ऑफिसर हैं। छठ पूजा का सर्वाेत्तम आयोजन सुनिश्चित किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु वेबसाईट एवं मोबाईल ऐप का लोकार्पण किया गया। इसमें छठ पूजा से संबंधित सारी सूचनाएँ उपलब्ध है।
गौरतलब है कि डीएम एवं एसएसपी द्वारा अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ नियमित तौर पर छठ घाटों का निरीक्षण किया जाता है।
21 सेक्टर में लगभग 109 घाटों पर 512 अस्थायी शौचालय, 450 अस्थायी यूरिनल, 37 चापाकल, 185 रनिंग वाटर-टैप, 355 अस्थायी चेंजिंग रूम, 14 यात्री शेड, 97 नियंत्रण कक्ष, 13 सहायक नियंत्रण कक्ष, 154 वॉच टावर तथा गंगा घाटों के किनारे 06 स्थानों पर अस्थायी अस्पताल क्रियाशील रहेगा। पटना जिला में 284 मेडिकल टीम तथा 106 एम्बुलेंस तैनात रहेगा। सभी वाच टावरों पर नागरिक सुरक्षा वोलंटियर्स की प्रतिनियुक्ति की गई है। सुगोचर स्थलों पर महत्वपूर्ण सम्पर्क नम्बर यथा-जिला नियंत्रण कक्ष, पुलिस नियंत्रण कक्ष, विद्युत, अग्निशमन, नाविक, चिकित्सा इत्यादि का प्रदर्शन रहेगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी ड्यूटी पर मुस्तैद रहेंगे, संवेदनशील स्थानों पर सतर्कता बरतेंगे तथा आपसी समन्वय द्वारा आयोजन को सफल करेंगे। उन्होंने कहा कि छठ घाटों की तैयारी अंतिम चरण में है। मानकों के अनुसार सभी तैयारी सुनिश्चित की गयी है। दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की स्पॉट ब्रीफ़िंग भी की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा है कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकना प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी/थानाध्यक्ष/सीओ/एसडीओ/एसडीपीओ की विशेष जिम्मेवारी है। थानाध्यक्षों एवं अन्य पदाधिकारियों को आसूचना तंत्र को सुदृढ़ कर विधि-व्यवस्था संधारण को सफल बनाने का निदेश दिया गया है। थानाध्यक्ष अपने-अपने इलाके में विधि-व्यवस्था के लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी हैं।
छठपूजा के अवसर पर निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। महाप्रबंधक, पेसू शहरी क्षेत्रों में तथा अधीक्षण अभियंता, विद्युत आपूर्ति, ग्रामीण क्षेत्र ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे।
पुलिस अधीक्षक, यातायात उत्कृष्ट यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करेंगे। साथ ही तैयार किए गए यातायात प्लान को आम जन की सुविधा के लिए समाचार पत्रों में प्रकाशित कराएंगे।
छठपूजा के अवसर पर आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ एवं आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ एम्बुलेंस सिविल सर्जन प्रतिनियुक्त रखेंगे।
स्वच्छ पेयजल हेतु पर्याप्त संख्या में वाटर एटीएम एवं टैंकर उपलब्ध रहेगा।
जिला अग्निशमन पदाधिकारी, पटना को निर्देशित किया गया कि छठपूजा के अवसर पर आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु फायर दस्ता प्रतिनियुक्त करना सुनिश्चित करेंगे।
सभी अनुमण्डल पदाधिकारी एवं अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत विधि-व्यवस्था के पूर्ण प्रभार में रहेंगे। सुश्री स्वीटी सहरावत, नगर पुलिस अधीक्षक, मध्य पटना, श्री शुभांक मिश्रा, नगर पुलिस अधीक्षक, पूर्वी पटना, श्री शरत आरएस, नगर पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी पटना अपने-अपने क्षेत्र में एवं श्री राजेश रौशन, अपर जिला दण्डाधिकारी, विधि-व्यवस्था, पटना विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु वरीय प्रभार में रहेंगे। जिलाधिकारी ने सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को तन्मयता से कर्तव्य-निर्वहन करने का निदेश दिया है।