अररिया(रंजीत ठाकुर): संक्रमण से जुड़ी चुनौतियों से निजात पाने के लिये टीकाकरण एक बेहतर विकल्प साबित हुआ। लिहाजा जिले में शतप्रतिशत लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने को लेकर युद्धस्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं। जिले में कोरोना टीकाकरण को बढ़ावा देने में जीविका द्वारा संचालित ग्राम संगठन की भूमिका महत्वपूर्ण साबित हुई है। जीविका द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अपने साथ परिवार के अन्य सदस्यों के टीकाकरण को प्राथमिकता देते हुए क्षेत्र के अन्य लोगों को टीकाकरण के लिये प्रेरित व प्रोत्साहित करने के निरंतर प्रयास में जुटी हुई हैं।
2.79 लाख जीविका दीदी ले चुकी टीका की पहली डोज :
डीपीएम जीविका अनुराधा चंद्रा ने बताया कि जिले में जीविका के 2044 ग्राम संगठन सक्रिय हैं। इसके अधीन संचालित लगभग 28 हजार एसएचजी समूह के तहत कुल 3.24 लाख से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं। इसमें 2.79 लाख दीदी टीका की पहली डोज ले चुकी हैं। इतना ही नहीं समूह की महिलाओं ने अपने परिवार के अन्य सदस्यों को प्रेरित कर कुल 9.35 लाख सदस्यों का टीकाकरण कराया है। उन्होंने बताया कि ग्राम संगठन के माध्यम से शतप्रतिशत समूह की महिलाओं के टीकाकरण का प्रयास जारी है। किसी ग्राम संगठन में शतप्रतिशत टीकाकरण का कार्य पूर्ण होने पर संगठन के कम्युनिटी मोबेलाइजर को प्रोत्साहन राशि के भुगतान के प्रावधान की जानकारी उन्होंने दी।
प्राथमिकता के आधार दीदियों का हो रहा टीकाकरण :
जीविका दीदियों का शतप्रतिशत टीकाकरण सरकार की प्राथमिकताओं में शुमार है। डीपीएम अनुराधा चंद्रा ने बताया कि दिसंबर माह के अंत तक सभी दीदियों का पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित कराने को लेकर जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर घर दस्तक अभियान के तहत जिले में वंचित बुजुर्गों के साथ गर्भवती व धात्री महिलाओं के टीकाकरण की कोशिशें हो रही हैं। आशा, आंगनबाड़ी सेविकाओं के साथ लोगों के उत्प्रेरण संबंधी गतिविधियों में जीविका दीदी बढ़-चढ़ कर भाग ले रही हैं।
टीकाकृत हो चुकी हैं 87 प्रतिशत जीविका दीदी :
जानकारी देते हुए जीविका के जिला स्वास्थ्य व पोषण समन्वयक अमित सागर ने बताया कि महामारी काल के शुरुआती दौर से ही संक्रमण की रोकथाम व इससे बचाव के उपायों के प्रति ग्रामीण इलाकों में लोगों को जागरूक करने में जीविका दीदियों ने अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई है। सभी दीदी को कोविड माड्यूल को लेकर जरूरी प्रशिक्षण दिया गया है। आम आबादी को संक्रमण से बचाव व टीकाकरण के महत्व के प्रति जागरूक करने की कोशिशों में जुटी हुई हैं। औसतन सभी ग्राम संगठनों के 70 फीसदी से अधिक दीदियों का टीकाकरण हो चुका है। बहरहाल जीविका दीदियों के टीकाकरण के मामले में फिलहाल हमारी उपलब्धि 87 फीसदी के करीब है।