उत्तरप्रदेश

बेल्थरारोड़ नगर पंचायत में नालों पर हैं अवैध अतिक्रमण

बलिया(संजय कुमार तिवारी): बिल्थरारोड में अब सही समाचार प्रकाशित किये जाने पर नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा मीडिया को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला बिल्थरारोड नगर पंचायत के मुख्य मार्ग से सटे सीएचसी सीयर के समीप सार्वजनिक नाले पर निर्मित सुलभ शौचालय तथा उसी शौचालय से सटे पुनः दोबारा हो रहे अवैध तरीके से नव निर्माण के समाचार से सम्बन्धित आया है। पूर्व में निर्मित सुलभ शौचालय के ऊपरी छत पर सीतापुर आई केयर एण्ड कांटेक्ट लेंस सेन्टर के नाम एक चश्में की दुकान भी कायम करायी गयी है। सुलभ शौचालय से सटे हो रहे नये अवैध निर्माण के विरुद्ध बिल्थरारोड तहसील की महिला अधिवक्ता पिंकी सिंह द्वारा बीते 5 जनवरी को मुख्य समाधान दिवस के मौके पर डीएम हरिप्रताप शाही को जनहित में उसे हटाने के लिए शिकायती पत्र मिलकर सौंपा गया था। शिकायत को सुनकर डीएम शाही ने नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी को कड़ी डांट पिलाते हुए उसे हटवाने का आदेश दिया गया था.

इतना ही नही इसी सार्वजनिक नाला पर ही सुलभ शौचालय के निर्माण होने व अधिवक्ता पिंकी सिंह की शिकायत की पुष्टि करते हुए बिल्थरारोड नगर के निवासी विनोद कुमार जायसवाल ‘‘पप्पू‘‘ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित आला अधिकारियों के नाम शिकायती पत्र भेजकर उसे हटाने का अनुरोध किया है। साथ ही इस सुलभ शौचालय के निर्माण में हुए सरकारी धन के खर्च की रिकबरी भी चेयरमैन व अधिशासी अधिकारी से कराने की मांग की है।
मामला का संज्ञान लेते हुए एसडीएम संत कुमार ने बीते दिनों मौके पर दो बार पहुंचकर पुलिस बल के साथ निर्माण को रोकवा दिया गया। जिसका न्यूज वरिष्ठ पत्रकार जयप्रकाश बर्नवाल ने फोटों के साथ प्रमुखता से प्रकाशित करायी। जिससे सम्बन्धित आरोपियों में खलबली मच गयी। चूंकि मामला शासन के संज्ञान में होने के नाते इस अवैध अतिक्रमण के गिरने के खौफ एवं रिकबरी होने की कार्यवाही को लेकर नगर पंचायत चेयरमैन दिनेश कुमार गुप्ता काफी नाराज दिखे और उन्होने चश्मा घर के मालिक रजनीश पाण्डेय को उकसाकर चार वर्ष पूर्व मृत पुत्र आलोक कुमार को मारपीट कर हत्या किये जाने का बेबुनियाद आरोप लगवाते हुए जांच कराने के लिए शासन स्तर तक शिकायती पत्र भिजवा दिया। दूसरी तरफ चेयरमैन द्वारा क्षेत्रीय मीडिया वालों पर समाचार अब न प्रकाशित करने के लिए मोबाईल व वाड्सएप द्वारा दबाव बनाया जाने लगा। ऐसा ही दबाव पत्रकार बर्नवाल के माबाईल पर भी वाड्सएप पर आया है। जिसका स्कीनशाट उनके पास मौजूद है। अन्य मीडियाकर्मियों पर भी ऐसा दबाव बना है। यह स्पष्ट उस समय हो जायेगा जब काल डिटेल व वाड्सएप डिटेल की जांच प्रशासन स्तर से हो जायेगी.

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मजेदार बात तो यह है कि मीडिया की जुबान को दबाने के लिए सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में रजनीश पाण्डेय ने अपने को भाजपा का सक्रिय सदस्य बताते हुए कहा है कि पत्रकार जयप्रकाश बर्नवाल के बेटे की हत्या की जानकारी अभी हुयी है। पहले नही थी, जबकि सच्चाई तो यह है कि इस अवैध सुलभ शौचालय के ऊपर चश्में की दुकान है जो शिकायतकर्ता रजनीश पाण्डेय की है, उन्हें खौफ होने लगा है कि जिस दिन नाला खाली होने लगेगा उस दिन सुलभ शौचालय ही नही चश्मा घर भी ध्वस्त हो जायेगा। इसी से बचने के लिए समाचार अब न प्रकाशित होे इसके लिए इस प्रकार की मनगढ़न्त, हृदय विदारक व ब्यक्तिगत फर्जी, बेबुनियाद आरोप लगाकर मीडिया की आवाज को दबाने का ऐसा प्रयास चेयरमैन दिनेश कुमार गुप्त द्वारा कराया जाने लगा है। और तो और पत्रकार के खिलाफ शिकायत करने वाला रजनीश पाण्डेय का पिता विपिन विहारी पाण्डेय नगर पंचायत कमेटी का नामित सभासद भी है।

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