बिहार

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दीवानगंज को मिला राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र, नेशनल की तैयारी शुरू

पूर्णिया, (न्यूज़ क्राइम 24) जिले के पूर्णिया पूर्व प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दीवानगंज को राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य स्तरीय राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणपत्र जारी किया गया है। अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के अनुसार राज्य स्तरीय अधिकारियों द्वारा अस्पताल को कुल 81 प्रतिशत अंक दिए गये। अब जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दीवानगंज को नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र दिलाने के लिए तैयारी शुरू कर दी गयी है। सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया द्वारा दीवानगंज अस्पताल को राज्य एनक्यूएएस प्रमाण-पत्र मिलने पर बधाई देते हुए नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया है।

सिविल सर्जन डॉ कनौजिया ने कहा कि जिलाधिकारी कुंदन कुमार के दिशा निर्देश पर जिले के सभी अस्पतालों द्वारा मरीजों को स्थानीय स्तर पर बेहतर चिकित्सकीय सहायता प्रदान किया जा रहा है। राज्य एनक्यूएएस प्रमाणपत्र मिलने के बाद दीवानगंज अस्पताल को नेशनल एनक्यूएएस के लिए और जिले के अन्य हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को भी गुणवत्ता मानक के अनुरूप तैयार किया जा रहा है। इससे जिले के संचालित अस्पतालों से लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जा सकेगी और लोग स्वास्थ्य और सुरक्षित रह सकेंगे।

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर उपलब्ध हैं सात आवश्यक सुविधाएँ :

डीसीक्यूए डॉ अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 7 प्रकार की चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसमें गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसव पूर्व जांच की सुविधा, नवजात शिशु चिकित्सकीय सुविधा, बच्चों और वयस्क लोगों की विभिन्न बीमारियों की उपचार सुविधा, परिवार नियोजन सुविधा, संचारी रोग नियंत्रण सुविधा, गैर संचारी रोग नियंत्रण सुविधा और सामान्य बीमारियों के उपचार हेतु चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध है। राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा अस्पताल में उपलब्ध सभी सुविधाओं का मूल्यांकन करते हुए इससे मरीजों को मिलने वाले लाभ का विश्लेषण किया गया। उसके आधार पर अस्पताल के सभी सुविधाओं को अंक दिया गया है। सुविधाओं के अनुसार 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त होने पर अस्पताल को एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया जाता है।

राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा मूल्यांकन के बाद हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दीवानगंज को 81 प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ है जिसके आधार पर राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा दीवानगंज अस्पताल को राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया गया है। जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ सुधांशु शेखर ने बताया कि दीवानगंज अस्पताल को राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी होने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को नेशनल प्रमाणपत्र के लिए तैयार किया जाएगा। इसमें यूनिसेफ स्वास्थ्य द्वारा आवश्यक सहयोग प्रदान किया जा रहा है। नेशनल प्रमाणपत्र मिलने पर अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा अगले तीन साल तक स्वास्थ्य सुविधा जारी रखने के लिए सभी 07 सुविधाओं को 18 हजार रुपए प्रति सुविधा के अनुसार सहयोग राशि प्रति साल प्रदान किया जाएगा जिसका 25 प्रतिशत अस्पताल कर्मियों को प्रोत्साहन राशि के रूप में तथा 75 प्रतिशत अस्पताल प्रबंधन में उपयोग किया जाएगा।

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हर साल अस्पताल का किया जाएगा मूल्यांकन :

यूनिसेफ के जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दीवानगंज को 81 प्रतिशत अंक प्राप्त होने के बाद अस्पताल को नेशनल प्रमाणपत्र के लिए तैयार किया जाएगा। इस दौरान पूर्व स्वास्थ्य सुविधाओं के मूल्यांकन के साथ साथ चिन्हित कमियों को पूरा किया जाएगा। सभी सुविधा उपलब्ध कराने के बाद नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया जाएगा। उसके बाद नेशनल टीम द्वारा अस्पताल का निरक्षण करते हुए उपलब्ध सुविधाओं के अनुसार अंक प्रदान किया जाएगा। इसके बाद नेशनल टीम द्वारा अस्पताल को 70 प्रतिशत से अंक मिलने पर अस्पताल को नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा जो तीन साल तक वैध रहेगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अगले तीन साल तक अस्पताल का मूल्यांकन करते हुए सहयोग राशि सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

विभिन्न बीमारियों के उपचार हेतु हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर उपलब्ध है 151 तरह की दवाएं :

पूर्णिया पूर्व प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरद कुमार ने बताया कि स्थानीय लोगों को आसानी से चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 151 तरह की दवाइयां उपलब्ध रहती हैं। इससे विभिन्न बीमारियों से ग्रसित लोगों को आसानी से चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध हो सकता है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दीवानगंज से चिकित्सकीय सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए स्थानीय मुखिया अंगद मंडल द्वारा लोगों को जागरूक किया जाता है। क्षेत्र में गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को बेहतर उपचार के लिए स्थानीय चिकित्सकों द्वारा प्रथम उपचार करते हुए अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रानीपतरा या राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल पूर्णिया रेफर किया जाता है। इससे मरीजों को बहुत लाभ मिलता है और लोग विभिन्न रोगों से स्वास्थ्य और सुरक्षित रहते हैं।

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