फुलवारीशरीफ, अजित। राजधानी पटना जीरो माईल क्षेत्र में सोमवार की देर शाम उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब बैरिया बस स्टैंड से निकली नीतू राज बस के चालक को अपराधियों ने जीरो माइल के पास गोली मार दी. ड्राइवर दुश्यंत मिश्रा यात्रियों को लेकर बेतिया जा रहा था, लेकिन रास्ते में पहले से घात लगाए बैठे तीन अपराधियों ने बस को घेरकर सीधा चालक को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. गोली लगते ही ड्राइवर सीट पर ही ढेर हो गया. आनन-फानन में एनएमसीएच ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि घटना ठीक उसी जगह घटी जहां पर हमेशा भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहता है. वहीं डीएसपी-2 का कार्यालय भी बस स्टैंड परिसर में ही मौजूद है. इसके बावजूद अपराधी बेखौफ होकर वारदात को अंजाम देकर मौके से निकल भागे. इससे साफ है कि अपराधियों को पुलिस की मौजूदगी का कोई खौफ नहीं है।
घटना की सूचना मिलते ही रामकृष्ण नगर थाना की टीम मौके पर पहुंची. इसके बाद सिटी एसपी पूर्वी और डीएसपी सदर टू समेत कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन में जुट गई. पत्रकार नगर, गोपालपुर, कंकड़बाग और अगमकुआं थाना की पुलिस टीमें भी इलाके में कॉम्बिंग कर रही हैं. आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला जा रहा है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो यह हत्या संभवतः बस एजेंसी से जुड़े पुराने विवाद या बस पहले निकालने को लेकर हुए झगड़े का परिणाम हो सकता है. हालांकि अधिकारी इस बिंदु पर फिलहाल खुलकर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. पुलिस का कहना है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती और अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, चार से पांच राउंड गोलियां चलीं और ड्राइवर को बेहद सटीक तरीके से निशाना बनाया गया. इससे यह साफ है कि हमलावर पूरी तैयारी के साथ आए थे और उनका टारगेट सिर्फ ड्राइवर ही था. गोलीबारी होते ही बस में सवार यात्री दहशत में उतरकर इधर-उधर भागने लगे।
पटना का यह इलाका पहले भी कई बार अपराध की घटनाओं को लेकर सुर्खियों में रहा है. बस स्टैंड और जीरो माइल के आसपास पहले भी ड्राइवर, कंडक्टर, खलासी और यहां तक कि यात्रियों पर हमले हो चुके हैं. अब सवाल यही है कि जब पुलिस लाइन और डीएसपी ऑफिस के बगल में अपराधी हत्या कर आराम से निकल सकते हैं, तो आम लोगों की सुरक्षा आखिर किस भरोसे छोड़ी गई है।