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अंचलाधिकारी ने कराया आवेदक पर धोखाधड़ी का प्राथमिकी दर्ज!

मनेर(आनंद मोहन): भूमि की कागजात में ऑनलाइन छेड़छाड़ करने का आरोप में मनेर अंचलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह के आवेदन पत्र पर विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराए गई। अनुसंधान जारी है। जिसका मनेर थाना कांड संख्या 101/2022 दर्ज की गई है। अनुसंधानकर्ता रामजीत सिंह यादव को सौंपा गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। प्राथमिकी की पुष्टि मनेर थानाध्यक्ष राजीव रंजन ने की। प्राथमिकी दर्ज में अंचलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच दानापुर अनुमंडलाधिकारी के निर्देश पर भूमि उप समाहर्ता की ओर से की गई है। दानापुर भूमि उप समाहर्ता रवि राकेश ने अपनी रिपोर्ट में फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। बताते चलें कि मनेर अंचल के तत्कालीन अंचलाधिकारी संजय कुमार झा सज्जन के संज्ञान में आने के बाद राजस्व कर्मचारी सह अंचल निरीक्षक महेश कुमार से स्पष्टीकरण की मांग की गई थी लेकिन उन्होंने अपना स्पष्टीकरण का जवाब समय पर नहीं दे पाए। आवेदक से भी कागजात के साक्ष्य की मांग की गई थी लेकिन आवेदक के भी द्वारा साक्ष्य नहीं दिया गया। अभिलेख सुनवाई के क्रम में पाया गया कि राजस्व कर्मचारी सह अंचल निरीक्षक एवं संजीत कुमार की लापरवाही सामने आई थी। हालांकि बाद में ही मनेर के तत्कालीन अंचलाधिकारी संजय कुमार झा सज्जन ने पूर्व की भांति पोर्टल एवं जमाबंदी पंजी पर सुधार कर दी गई थी। हाईप्रोफाइल मामला आने के बाद ही अनुमंडलाधिकारी एवं भूमि उप समाहर्ता दानापुर के आदेश पर मनेर अंचलाधिकारी को तत्काल प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया गया। आनन-फानन में अंचलाधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज करवा दी।

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गौरतलब है कि 23 मार्च 2021 को मनेर अंचल के ताजपुर निवासी प्रेमदत प्रसाद द्वारा परिवाद दायर किया गया था जिसमें शिकायत की गई थी कि उनकी 1 एकड़ 10 डिसमिल भूमि को परिमार्जन पोर्टल पर छेड़छाड़ करते हुए 6एकड़ 10डिसमिल बना दिया गया। उसके बाद कई लोगों के नाम से रसीद भी काट दी गई। मनेर थाना क्षेत्र के बाजितपुर गांव के संजीत कुमार की ओर से ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन दिया गया था उसके आलोक में तत्कालीन राजस्व कर्मचारी सह अंचल निरीक्षक महेश कुमार ने दूसरे लोगों को भी रसीद काट दी। जब प्रेमदत्त प्रसाद की ओर से इसकी शिकायत दर्ज कराई गई थी। हालांकि बीते वर्ष 2021 में अंचल के तत्कालीन राजस्व कर्मचारी सह अंचल निरीक्षक महेश कुमार की फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र के अनिसाबाद हरनीचक मोड के पास अज्ञात वाहन ने रौंद डाला था जिससे सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। वही मनेर अंचल के एक कर्मी ने बताया कि अंचल कार्यालय में दलालों का कब्जा रहता है , जिससे आए दिन दाखिल खारिज के नाम पर मोटी रकम वसूली की जाती हैं। लेकिन प्रशासन दलालों पर कारवाई नहीं करती है। जिसका खामियाजा कभी-कभी अंचलाधिकारी को भी भुगतना पड़ता है बाद में हाई प्रोफाइल होने के बाद मामला उजागर होता है। कारवाई के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है।

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