फुलवारीशरीफ(अजित यादव): इमारत-ए-शरिया के कार्यवाहक सचिव मौलाना शिबली कासमी ने कहा कि रमजान का महीना बहुत रहमतों और बरकतों वाला है. अल्लाह की तरफ से रहमतों की बारिश होती रहती है. इसी माह में अल्लाह ने कुरान उतारा है । रमजान का महीना ट्रेनिंग का महीना है । जिस तरह से मुसलमान भाई इस महीना में नमाज पढ़ते हैं, जकात देते हैं, झूठ नहीं बोलते, कोई गलत काम नहीं करते, बुराई नहीं करते ठीक शेष 11 महीने में लोगों को इसी माह की तरह की जिंदगी गुजारनी चाहिए | रमजान को नेकियों का मौसम कहा जाता है। इस माह में हर कोई अधिक से अधिक दुआ कमाना चाहता है। इस बार भी कोरोना खतरा ज्यादा है जिसके लिए बचाव का गाईड लाईन का पालन करने की जरूरत है । उन्होंने बताया कि रोजे को अरबी में सोम कहते हैं | रोजा सिर्फ भूखे-प्यासे रहने का नाम नहीं है, बल्कि ज्यादा-से-ज्यादा वक्त इबादत में गुजारे और वक्त पर नमाज पढ़ें।