राँची(न्यूज़ क्राइम24): पूरे प्रदेश में गौ-वध निषेध अधिनियम लागू होने के बावजूद मवेशियों की तस्करी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।इसी एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर जिले में गौतस्करों के खिलाफ बड़ी करवाई की गई है।एसएसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर बुंडू एसडीपीओ अजय कुमार ने कार्रवाई करते हुए शनिवार की रात बुंडू टोल प्लाजा के पास मवेशियों ले जा रहे है तीन ट्रक को पकड़ा है।तीनों ट्रक ड्राइवर और खलासी से पूछताछ जारी है।
बिहार के चौसा से कोलकाता जा रहा था मवेशी-
मिली जानकारी बिहार के चौसा से कोलकाता मवेशी को लेकर तस्कर जा रहे थे. इसी दौरान शनिवार की रात पुलिस ने बुंडू टोल प्लाजा के पास से तीन ट्रक मवेशियों को पकड़ा है. इनमें कुल 90 मवेशी लोड था सभी दुधारू पशु हैं और सभी के छोटे-छोटे बच्चे भी हैं।जिसमें एक गाय और छह बच्चे मरा हुआ गाड़ी में मिला है।गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने यह कार्रवाई की, सभी दुधारू मवेशियों को ग्रामीणों के बीच बांट दिया जाएगा।
पिठौरिया थाना क्षेत्र में भी बरामद-
एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर पिठोरिया थाना पुलिस ने गौवंश ले जा रहे एक मिनी ट्रक 407 को पकड़ा है।जिसमें 14 पशुओं की ठूंसकर ले जाया जा रहा था।बताया जा रहा है कि एसएसपी को गुप्त सूचना मिली थी की गाड़ी में अंतरराज्यीय गौतस्कर पशुओं को ले जा रहा।सूचना के बाद एसएसपी के निर्देश पर पिठोरिया थाना पुलिस ने चंदवे चौक के पास एक ट्रक को रात में पकड़ा है। और एक को गिरफ्तार किया गया है।जिससे पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है।
कानून का अनुपालन नहीं-
राज्य में झारखण्ड गोवंशीय पशु हत्या प्रतिषेध अधिनियम, 2005 लागू है.इसका मकसद प्रदेश में बड़ी तादाद में हो रही गो हत्या को रोकना था. लेकिन, कानून के रहते अभी भी पूरी तरह से इसका अनुपालन नहीं हो पा रहा है. तस्करों का सिंडिकेट प्रदेशभर में फैला हुआ है. ग्रामीण इलाकों से मवेशियों को चुरा कर शहर तक पहुंचाने वालों का अलग गिरोह है। चोरी के मवेशियों को रातों रात बंगाल के लिए भेज दिया जाता है. जो मवेशी तुरंत बाहर नहीं भेजे जाते, उन्हें बिहार झारखण्ड के सीमावर्ती इलाके के सेफ जोन में रखा जाता है। बता दे गौ