बिहार

जिले में कालाजार मरीजों की खोज के लिए शुरू हुआ विशेष अभियान

अररिया, रंजीत ठाकुर। जिले में कालाजार के संभावित मरीजों की खोज के लिए विशेष अभियान का संचालन गुरुवार से शुरू हुआ। अभियान के क्रम में संबंधित प्रखंड के कालाजार प्रभावित गांव आशा कार्यकर्ता घर घर जाकर सामान्य लक्षणों के आधार पर कालाजार के संभावित मरीजों की चिन्हित करेंगी। उन्हें जरूरी जांच  व इलाज के लिए प्रेरित करेंगी। कालाजार रोगी खोज अभियान सिकटी प्रखंड को छोड़ कर जिले के अन्य आठ प्रखंडों के चिन्हित गांवों में संचालित किया जायेगा। इसमें संबंधित प्रखंड की कुल 450 आशा कार्यकर्ता शामिल होंगी। सभी आशा कार्यकर्ताओं को पूर्व में रोगी खोज अभियान की सफलता को लेकर जरूरी प्रशिक्षण दिया गया है।

कुल 450 आशा कार्यकर्ता अभियान में शामिल

कालाजार रोगी खोज अभियान की सफलता में संबंधित प्रखंड की कुल 450 आशा कर्मी अपनी सक्रिय भागीदारी निभायेंगी। इसके लिये अररिया, फारबिसगंज व रानीगंज के 90 व कुर्साकांटा के 60 व पलासी, जोकीहाट व भरगामा के 30 कुल 450 आशा कार्यकर्ताओं को खास तौर पर प्रशिक्षण दिया गया है। आशा फैसिलिटेटर आशा द्वारा किये जा रहे कार्यों पर नजर रखेंगी। वहीं संबंधित प्रखंड के वीबीडीसी रोग का सत्यापन करते हुए रोगियों की जरूरी जांच सुनिश्चित करायेंगे। प्रखंड सामुदायिक समन्वयक रोगी खोज अभियान से संबंधित सभी गतिविधियों की मॉनेटरिंग करेंगे। साथ ही इससे संबंधित रिपोर्ट जिला को उपलब्ध करायेंगे।

जिले में लगातार कम हो रहे कालाजार के मामले

जिले में कालाजार संबंधी मामलों में लगातार कमी आ रही है। वर्ष 2007 में जहां जिले में कालाजार के 3937 मामले सामने आये थे। वहीं बीते कुछ वर्षों में इसमें तेजी से गिरावट आयी है। आलम ये है कि वर्ष 2022 में जिले में वीएल के 17 व पीकेडीएल के 05 मरीज मिले।  वर्ष 2023 में वीएल के 05 व पीकेडीएल के 01 मरीज मिले हैं। 

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लक्षणों के आधार पर चिन्हित किये जायेंगे मरीज

अभियान के क्रम में 15 या 15 से अधिक दिनों से बुखार पीड़ित वैसे व्यक्ति जिनका बुखार एंटीबायॉटिक दवा सेवन के बावजूद ठीक नहीं हो रहा हो। उन्हें भूख की कमी व पेट का बड़ा होना जैसे लक्षण, वजन में गिरावट, शरीर पर चकते का निशान वाले मरीजों को चिह्नित कर संबंधित पीएचसी के माध्यम से उनका जरूरी इलाज सुनिश्चित कराया जायेगा।

जिले को कालाजार मुक्त बनाने का हो रहा प्रयास

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि जिले में कालाजार के मामलों में निरंतर गिरावट जारी है। जिले को पूरी तरह कालाजार मुक्त बनाने का विभागीय प्रयास जारी है। इसके लिये रोगी खोज अभियान की सफलता महत्वपूर्ण है। इसे लेकर चिन्हित प्रखंडों में विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। ताकि संभावित मरीजों का जरूरी जांच व इलाज सुनिश्चित कराया जा सके।

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