पटनासिटी, (न्यूज़ क्राइम 24) मंगल तालाब के उत्तर सुरम्य तट पर पिछले नौ दिनों से चल रहा श्री राम चरित मानस नवाह पारायण महायज्ञ आज पूर्ण विधि विधान के साथ संपन्न हो गया। दो दर्जन से अधिक भूदेवों के संवेद मानस पाठ से शहर का एक बड़ा इलाका गूंजता रहा। मानस मर्मज्ञ पंडित भूपाल मिश्र ने अपने सहायक हर्षराज मिश्र के साथ सुबह में श्रीराम दरबार की आरती वंदना की और मंगल पाठ किया। पाठ और कथा का आज अंतिम दिन होने के कारण अन्य दिनों की अपेक्षा श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ रही। अपने प्रवचन में पंडित भूपाल मिश्र ने कहा कि मानस का पाठ या मन से श्रवण आत्मशुद्धि का सबसे बड़ा मंत्र है।
श्री रामचरित मानस की चौपाइयों के पाठ से मन को अद्भुत शांति मिलती है। घरों में इस ग्रन्थ के रखने से सुख समृद्धि मिलती है। यज्ञ के नौंवें एवं अंतिम दिन श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए आचार्य पंडित मधुसूदन मिश्र ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम और उनके अनन्य भक्त हनुमान जी के जीवन का सांगोपांग वर्णन किया। दूर दूर तक लगे ध्वनि विस्तारक यंत्र के जरिए विभिन्न स्थानों पर लोग जुट कर इसका श्रवण करते रहे। नौ दिनों तक चले इस धार्मिक आयोजन में समिति के अध्यक्ष शशिशेखर रस्तोगी और महासचिव प्रहलाद यादव ने सक्रिय भूमिका अदा की।