बिहार

रविशंकर प्रसाद ने मोदी सरकार के 9 वर्ष की उपलब्धियां गिनाई

पटना(न्यूज क्राइम 24): सेवा,सुशासन,और गरीब कल्याण के लिए प्रतिबद्ध मा. श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली सरकार के 9 वर्ष पूर्ण होने पर चल रहे विशेष जनसंपर्क अभियान के अंतर्गत रविशंकर प्रसाद,सांसद पटना साहिब एवम पूर्व केंद्रीय मंत्री द्वारा मीडिया संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया गया जिसमे 9 वर्षों में हुए विकास कार्यो, जनकल्याणकारी योजनाओं, उपलब्धियों एवं सभी क्षेत्रों में तेज गति से हो रहे विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी दी गई।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई वाली सरकार में भारत अपनी छबि उत्साही भारत, सुरक्षित भारत,विकास की ओर बढ़ता भारत और अपनी सांस्कृतिक धरोहर पर गर्व करता हुआ भारत के रूप में विश्व को पहचान करा रही है।
मीडिया संवाद कार्यक्रम में स्थानीय विधायक श्री नंदकिशोर यादव जी,श्री नितिन नवीन जी, डॉ संजीव चौरसिया जी,प्रदेश प्रवक्ता श्री प्रेमरंजन पटेल जी,जिलाध्यक्ष श्री अभिषेक कुमार जी सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी शामिल थे।

श्री प्रसाद, नरेंद्र मोदी की सरकार के 9 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में पत्रकारों से मीडिया संवाद करते हुए श्री प्रसाद ने कहा की भारत की विकास यात्रा को अगर मोटे शब्दों में रखा जाए तो एक ऐसे भारत की तस्वीर है जो उत्साही भारत है, सुरक्षित भारत है, विकास की ओर बढ़ता भारत है और अपनी सांस्कृतिक धरोहर पर गर्व करता हुआ भारत है। यह विषय सिर्फ बोलने के लिए नहीं है चीजे दिखती है, नरेंद्र मोदी जी ने 2014 में कहा था कि उनकी सरकार गरीबों के प्रति समर्पित होगी। आज गरीब कल्याण का संकल्प और उसकी सिद्धि दिखाई पड़ती है। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त खाना खिलाया गया, 200 करोड कोरोना का मुफ्त टीका लगाए गए, 11 करोड़ किसानों को 6000 रुपया प्रति वर्ष रुपया दिए जाते है, गरीब माताओं, रेहड़ी पटरी वाले सबों की चिंता की गई है। करोड़ों की संख्या में ग्रामीण आवास, शहरी आवास का गरीबों को लाभ मिला है, उज्जवला दिया गया।

टेक्नोलॉजी के माध्यम से सरकार की सुविधा बिना लीक हुए नीचे पहुंचे इसके लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) का एक अनूठा प्रयोग किया गया जहां लगभग 45 करोड़ गरीबों के बैंक खाते खोला गया, उनको आधार और पैन से जोड़ा गया और सीधा बैंक अकाउंट में पैसा गए और अधिकृत व्यक्ति पर इसकी सूचना प्राप्त हुआ। लगभग 27 लाख करोड़ विभिन्न योजनाओं में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर(DBT) के द्वारा भेजे गए है और लगभग पौने तीन लाख करोड़ की बचत हुई है जो बिचौलिए खा जाया करते थे। यह है बदलाव का भारत जहां सुशासन है, नेतृत्व है और जमीन पर जरूरतमंदों को पहुंचती हुई सेवाए है।

श्री प्रसाद ने कहा की यूपीए सरकार में भ्रष्टाचार के प्रोत्साहन और अनिश्चितता के कारण भारत की आर्थिक व्यवस्था चरमरा गई थी और भारत की इकोनॉमी को कमजोर (फरजाइल) 5 कहते थे और आज नरेंद्र मोदी के अगुवाई में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया का 5 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनी इंग्लैंड को छोड़ते हुए। और ये सिर्फ हम नही कह रहे है, मॉर्गन स्टेनली ने इस बात का जिक्र करते हुए अपने रिपोर्ट कहते हुए कहा India has transformed in less than a decade. यह इसलिए कहा जा रहा है की भारत का अर्थव्यवस्था 3.5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गई है। 2014 में भारत की जीडीपी (GDP) 112 लाख करोड़ की आस-पास थी आज भारत की जीडीपी 272 लाख करोड़ से ज्यादा है।

2014 में आम आदमी का सालाना आय 80 हजार से कम थी जो आज 1.7 लाख रुपया हो गया हैं। पिछले 9 साल में भारत ने 36 लाख करोड़ से ज्यादा का सामान किया है जबकि 2014 में 19.5 लाख करोड़ का एक्सपोर्ट किया गया और यह हर वर्ष बढ़ रहा है। भारत में 50 लाख करोड़ रुपए का विदेश मुद्रा भंडार है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है 90 हजार से ज्यादा स्टार्टअप और 100 से अधिक यूनिकॉर्न है। मतलब उनका वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर, 60 हजार करोड़ है।

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भारत मोबाइल मैनफैक्चरिंग में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है। 2022/23 में 90 हजार करोड़ का मोबाइल एक्सपोर्ट हुआ है। भारत दुनिया का ऑटोमोबाइल का बहु बड़ा बाजार बन कर उभरा है और सेना आयुध में 1 लाख करोड़ से अधिक का उत्पादन हो रहा है और 14000 एक्सपर्ट हुआ है। पहले भारत के सैनिकों को बुलेट प्रूफ जैकेट भी नहीं मिलता था। देश के विकास के लिए सबसे तेजी से नेशनल हाईवे बन रहा है, हर घर में बिजली पहुंचाई गई है, पिछले 9 वर्षो में बड़ी संख्या में एम्स, आईआईटी , मेडिकल कॉलेज खुले है और रोजगार के नए नए अवसर बनाए जा रहे है।

यह सब कुछ दुनिया ने देखा है और एक ओर भारत जहां पाकिस्तान हो या चीन हो अपने शरहद की सड़क और पूल सबको नए संकल्प के साथ बना रहा है और आतंकवादियों को उनके घर में घुस कर मारता भी है। ये भारत संस्कृति और संस्कार से भी नई प्रेरणा लेकर काम कर रहा है जहां श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा है, काशी विश्वनाथ को नए गौरवशाली ऊंचाई पर पहुंचाया जा रहा है, केदारनाथ का मंदिर बनाया जा रहा है, चार धाम की यात्रा को व्यवस्थित किया गया है और धारा 370 समाप्त कर कश्मीर को भारत के साथ जोड़ते हुए विकास कार्य हो रहे है। जहां लाल चौक पर शान से तिरंगा लहराया जा रहे है। G20 की मीटिंग में कोई हरताल नही होती है।

श्री प्रसाद बिहार के बारे में जिक्र करते हुए पत्रकारों को बताया की केंद्र सरकार द्वारा बिहार के लिए भी विशेष चिंता की गई है नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा 1 लाख 25 हजार पैकेज के जगह 1.44 लाख करोड़ रुपया का व्यय हुआ है। बाकी देश के अन्य राज्यों में 1 एम्स है वही बिहार में 2 एम्स है। बिहार में दो केंद्रीय विश्वविद्यालय , 1 आईआईटी, 1 एनआईटी, 1आईआईएम का स्थापना की गई है।
बरौनी खाद कारखाने में 8400 करोड़ का कारखाने का सौगात मिला है। साथ ही 9 वर्षो में बिहार में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में 386234 घरों की स्वीकृति दी गई जिसमें 35 लाख 47538 करोड़ घरों का निर्माण कर लिया गया है। इन घरों में 7 लाख 31105 एससी और 58000 एसटी को दिए गए हैं। प्रधानमंत्री शहरी आवास के तहत 9 वर्षो में 368221 घरों की स्वीकृति दी गई है जिसमें 277824 घरों का निर्माण हो गई है।पीएम किसान सम्मान निधि के अंतर्गत बिहार के 82 लाख 58 हजार किसानों के खाते में राशि गई।

अभी तक बिहार के किसानों को 16 हजार 51 करोड़ रुपए खर्च हुए। साथ ही यूक्रेन युद्ध के दौरान संघर्ष पर विदेश में देशवासियों के साथ बिहार और पटना के फंसे छात्रों को प्राथमिकता से निकाला गया। पूर्णिया, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, झंझारपुर, बक्सर, सहित कुल 8 मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई। श्री प्रसाद ने कहा की पटना के लिए भी विशेष चिंता की गई है जर्जर महात्मा गांधी सेतु पूल के लिए 1.72 करोड़ रुपया खर्च किया गया। महात्मा गांधी सेतु के समांतर 4 लेन पूल पर काम चल रहा है जिसमें 2.624 करोड़ रुपया का लागत है। पटना हवाईअड्डा की छमता 25 लाख यात्री प्रति वर्ष को बढ़ाकर 80 लाख प्रतिवर्ष हेतु नए टर्मिनल भवन 1216.90 करोड़ की लागत से तेजी से काम चल रहा है।

पटना में होर्डिंग पार्क 4.8 एकड़ जमीन पर 90 करोड़ की लागत से एक मेमू टर्मिनल बनाया जा रहा है।
NH 30 पर ट्रैफिक जाम को देखते हुए अनीसाबाद से दीदारगंज का 1000 करोड़ की लागत से DPR बन रहा है।
पटना में STPI के लिए हेतु 53 करोड़ की लागत से अक्टूबर और जून में दरभंगा और अक्टूबर में भागलपुर में भी STPI का स्थापना किया गया है और 750 बच्चे TCS पटना में कार्यरत है तथा 7 BPO पटना में है और 2500 बच्चे कार्यरत हैं। बिहार में STPI से जुड़े हुए 29 स्टार्टअप है जो पटना में कार्यरत है।डिजिटल इंडिया के माध्यम से देश में एक क्रांतिकारी बदलाव देखा गया। कोरोना काल में 200 करोड़ से अधिक टीका लगा जिसकी सूचना मोबाइल पर आती थी, डिजिटल पेमेंट में भारत एक दुनिया में नई क्रांति लाई है। मार्च 2023 में UPI का लेनदेन 14 लाख करोड़ को पार कर चुका है। पोस्टल के मध्यम से ऋषिकेश और गंगोत्री का गंगाजल को घर तक व्यवस्था शुरू किया गया। और ये बताते हुए गर्व होता है की पटना में पहला GPO सेंटर खोला गया जहां महिला कर्मचारी सिर्फ कार्यरत है।

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