फुलवारी शरीफ, अजित : माले के दलित विधायक गोपाल रविदास पर जातिसूचक टिप्पणी और उनका अपमान के खिलाफ भाजपाई दबंगो की गिरफ्तारी व संविधान के उद्देशिका शिलापट स्थापना की गारंटी को लेकर भाकपा (माले) का आक्रोश सह विरोध मार्च बुधवार को पटना के कई इलाकों में निकाला गया.विरोध मार्च सुबह 9 बजे अशोक नगर रोड नम्बर 11 मजदूर अड्डा से निकला जो कंकड़बाग के फुलवारीशरीफ विधानसभा अंतर्गत चांगर, अशोक नगर, रामलखन पथ,सोरँगपुर,पूर्वी व पश्चिमी रामकृष्णनगर इलाके में मार्च किया. इस दौरान बड़ी संख्या में शामिल आक्रोशित माले कार्यकर्ता भजपाई दबंगो होशियार दलित- गरीब है तैयार, अपमान का बदला लेके रहेंगे, नीतीश कुमार शर्म करो- योगी राज लादना बन्द करो,सुशासन को भजपाई शासन बनाना बन्द करो, संविधान के उद्देशिका का माले विधायक गोपाल रविदास से उद्घटान की गारंटी करो, सभी नामजद व अज्ञात नामजद अपराधियो के गिरफ्तारी की गारंटी करो आदि नारा लगा रहे थे.
भाकपा (माले) केंद्रीय कमेटी सदस्य व पटना महानगर सचिव अभ्युदय, राज्य स्थाई समिति सदस्य व ऐक्टू राज्य सचिव रणविजय कुमार ,माले राज्य कमिटी सदस्य समता राय, माले पटना महानगर कमिटी सदस्य शम्भूनाथ मेहता,पन्नालाल सिंह,अनुराधा देवी,संजय कुमार, संतोष पासवान, श्याम प्रसाद साव, अजय प्रसाद, राजकुमार, अम्बिका प्रसाद विनय कुमार डॉ प्रकाश कुमार सिंह प्रमुख रूप से विरोध मार्च में शामिल रहे.
माले के नेताओं ने बताया कि विधायक गोपाल रविदास के साथ दुर्व्यवहार करने जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए विद्यालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करने से रोक देने धक्का मुक्के कर भगा देने वाले नाम जद मिथिलेश सिंह के बेटे चुन्नू सिंह हंसराज हंस खुलेआम घूम रहे हैं. पटना के परसा बाजार थाना में विधायक गोपाल रविदास ने तीन लोगों को नामजद एवं 10 अज्ञात के खिलाफ एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया है उसके बावजूद पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने से हिचक रही है. भाकपा माले ने आरोप लगाया है कि पुलिस सत्ता के संरक्षण में उन्हें गिरफ्तार करने से डर रही है.नेताओं ने कहा कि यह घटना भाजपा की संविधान विरोधी और दलित व अल्पसंख्यक विरोधी मानसिकता को उजागर करती हैं. जब एक विधायक के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम लोगों की स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है.यह भाजपा द्वारा देश पर मनुवादी विचारधारा थोपने की साजिश है, लेकिन जनता इसे सफल नहीं होने देगी.