पटनासिटी(न्यूज़ क्राइम 24): सोमवार को किसान संयुक्त संघर्ष मोर्चा के तत्वधान में देश विरोधी कृषि कानून के विरोध में किसानों के बीच जाकर पटना सिटी स्थित मर्चा मर्ची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किसान संयुक्त संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रदीप मेहता तथा संचालन उमेश पंडित ने किया. इस पुतला दहन के माध्यम से उन्होंने किसानों को यह बताने का काम किया कि यह देश देश विरोधी कृषि कानून जनता के जनादेश का अपमान कर पूंजी पतियों को चाहे वह अडानी अंबानी और सरकार के चार टुकड़ों को सीधे-सीधे लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है जो किसानों की जमीन एवं पशुओं को औने पौने दामों में खरीदकर और बाजार में ऊंचे दामों पर विक्रय करने का काम करेंगे एक और सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य की बात तो करती है लेकिन इस बिल में कानून बनाकर पारित नहीं करती भूमि विवाद की सीमा पूर्व के कानून में ग्राम सभा के द्वारा समझाने के प्रावधान को हटा कर जिलाधिकारी के मदरसा में समझाने की बात कर रही है यह जगजाहिर है कि जिला अधिक कारी सरकार के अधीन ही कार्य करते हैं जिससे यह साफ साफ प्रतीत होता है कि सत्ता के गलियारों में जिसकी जितनी पहुंच होगी उनको उतना ही लाभ मिलेगा जो जो कहीं से ही किसान के हित में नहीं है.लगभग 40 दिनों से किसान इस कड़ाके की ठंड में अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं लेकिन सरकार की अपनी तानाशाही रवैया अपनाकर किसानों को आत्महत्या करने पर मजबूर करने का काम कर रही है जो कि किसान के साथ साथ आने वाले निकट भविष्य आम जनता को भी इसी कानून का दंश झेलना पड़ेगा.कार्यक्रम में उमेश पंडित कुशवाहा, नंदन, शिव मेहता प्रिंस पाठक, शकुंतला प्रजापति, राजेश रजक, यशराज सरदार बाबू सिंह, सरदार दया सिंह, उदय मेहता, गोपी मेहता, देवी महत्व, कल्लू बिंद सहित सैकड़ों किसान शामिल थे।