बिहार

जिलाधिकारी कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक आयोजित

पूर्णिया, (न्यूज़ क्राइम 24) जिलाधिकारी श्री कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय के प्रज्ञान सभागार में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान जिला पदाधिकारी द्वारा सभी प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा लोगों को उपलब्ध हो रहे सुविधाओं का मूल्यांकन करते हुए होने वाले कर्मियों को दूर करने का आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को मिलने वाले सुविधाओं का निरीक्षण के लिए जिला प्रशासन द्वारा टीम बनाकर अस्पतालों का औचक निरीक्षण सुनिश्चित किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान निरीक्षण टीम द्वारा अस्पताल में उपस्थित चिकित्सकों की उपस्थिति और उनके द्वारा जांच किए जाने वाले मरीजों के साथ अस्पताल में उपलब्ध दवाईयों की जानकारी ली जाएगी। इसके लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों को अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का नियमित अपडेट रखना सुनिश्चित रखें जिलाधिकारी द्वारा सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया।

बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, डीपीएम के साथ साथ सभी प्रखंड के स्वास्थ्य अधिकारी और आईसीडीएस अधिकारी उपस्थित रहे।

सभी स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों द्वारा ओपीडी में ज्यादा मरीजों के इलाज का दिया गया निर्देश :

बैठक में जिलाधिकारी महोदय ने स्वास्थ्य अधिकारियों को सभी स्वास्थ्य केंद्रों के ओपीडी में उपस्थित मरीजों की इलाज की संख्या में वृद्धि लाने का निर्देश दिया गया है। सिविल सर्जन को ओपीडी में जिस चिकित्सकों द्वारा इलाज करने वाले मरीजों की संख्या में कमी पाई जा रही है उनका एवं संबंधित प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से शोकॉज करने का निर्देश दिया गया है। ओपीडी में डेंटिस्ट चिकित्सकों द्वारा ज्यादा से ज्यादा मरीजों का उपचार सुनिश्चित करने का जिलाधिकारी महोदय ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है। इसके साथ साथ सुदूर क्षेत्र के लोगों को टेलीकंसल्टेंसी के माध्यम से चिकित्सकों द्वारा ऑनलाइन चिकित्सकीय सहायता देते हुए मेडिकल सहायता प्रदान करने का जिलाधिकारी द्वारा सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया गया।

गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच में पूर्णिया जिला राज्य में दूसरे स्थान पर :

बैठक में बताया गया कि गर्भवती महिलाओं की गर्भावस्था के दौरान सामान्य महिलाओं का चार बार जांच सुनिश्चित करते हुए लाभार्थियों को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जाती है। इसमें पूर्णिया जिला राज्य में दूसरे स्थान पर है। जिलाधिकारी द्वारा गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच के दौरान अति गंभीर गर्भवती महिलाओं की पहचान करते हुए उन्हें ज्यादा मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देश दिया गया कि गर्भावस्था के दौरान प्रसव पूर्व जांच स्वास्थ्य अधिकारियों को विशेष रूप से करते हुए गंभीर गर्भवती महिला की पहचान सुनिश्चित करें। गर्भावस्था के दौरान ठीक से जांच और इलाज नहीं होने से गर्भवती महिला और होने वाले बच्चें की मृत्यु की संभावना बनी रहती है।

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प्रसव पूर्व जांच के दौरान ऐसी महिलाओं की पहचान कर उन्हें गंभीर अवस्था से बाहर निकालने के लिए लगातार फॉलोअप करते रहने का निर्देश दिया गया। जरूरत होने पर संबंधित लाभार्थियों को विशेष जांच के लिए एम्बुलेंस द्वारा राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रेफर करना सुनिश्चित करें । नीति आयोग के आकांक्षी प्रखंड श्रीनगर और बायसी में इसपर विशेष रूप से ध्यान रखना सुनिश्चित करें। गर्भवती महिला को बेहतर प्रसव सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित रूप से आयरन फोलिक एसिड की गोली सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। चिकित्सकों द्वारा नियमित फ़ॉलोअप करते हुए संबंधित लाभार्थी का दवा सेवन करने की जानकारी सुनिश्चित करते रहना है

जिससे कि प्रसव के दौरान गर्भवती महिला के खून में कोई कमी नहीं हो सके और गर्भवती महिला और होने वाले बच्चें की जान को सुरक्षित रखा जा सके। इसके अलावा सभी बच्चों के जन्म के साथ साथ अस्पताल कर्मियों द्वारा बच्चों को स्वस्थ और सुपोषित रखने के लिए जन्म के एक घंटे के अंदर स्तनपान करवाना सुनिश्चित करना चाहिए। जिले में 13 प्रखंड में प्रसव के बाद 100 प्रतिशत स्तनपान सुनिश्चित किया जा रहा है जबकि सिर्फ बी.कोठी में प्रसव के बाद नवजात शिशु को स्तनपान कराने में 99.6 प्रतिशत उपलब्धि हासिल किया गया है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी बी.कोठी को इसमें सुधार करने का निर्देश दिया गया है।

सभी प्रखंडों में डेंगू नियंत्रण के लिए नियमित तौर से चलेगा छिड़काव :

जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि अगस्त-सितंबर माह से बारिश होने के कारण डेंगू ग्रसित मरीजों की संख्या में वृद्धि होने लगती है। सभी प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा अपने क्षेत्र में डेंगू स्थिति की नियमित रूप से जानकारी लेना सुनिश्चित करना है। जहां बारिश के पानी का रुकाव हो रहा है वहां छिड़काव करवाना सुनिश्चित करें जिससे कि लोग डेंगू का शिकार होने से सुरक्षित रह सके।

आंगनबाड़ी केंद्रों में उपस्थित बच्चों का किया जाएगा निरीक्षण :

समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी द्वारा सभी आईसीडीएस सीडीपीओ को भी अपने क्षेत्र में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में नियमित उपस्थित बच्चों का निरीक्षण करते हुए संबंधित जानकारी जिला प्रशासन को सूचित करने का निर्देश दिया गया है। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की उपस्थिति कम होने पर संबंधित कर्मियों को शोकॉज करने का निर्देश दिया गया है।

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